वर्कशॉप में खड़ी रहती हैं बसें, स्टैंड पर यात्री हो रहे परेशान
जागरण संवाददाता, रोहतक : ओवरटाइम बंद होने के कारण चालक-परिचालक बसों को वर्कशॉप म
जागरण संवाददाता, रोहतक : ओवरटाइम बंद होने के कारण चालक-परिचालक बसों को वर्कशॉप में खड़ी कर चले जाते हैं, जिससे स्टैंड पर यात्री बसों के इंतजार में भटकते रहते हैं। कई बार तो घंटों इंतजार के बाद भी बस नहीं मिलती। मजबूरी में यात्रियों को निजी बसों व वाहनों में सफर करना पड़ता है। बताया जा रहा है कि जींद, पानीपत, अंबाला, कैथल समेत विभिन्न रूटों पर दोपहर दो बजे के बाद बसों की आवाजाही लगभग बंद हो जाती है। इसका सीधा फायदा निजी बस संचालकों को हो रहा है।
मंगलवार को स्टैंड पर बने बूथों पर रोडवेज की कुल पांच बसें खड़ी थी, जबकि अन्य बूथों पर यात्री बसों का इंतजार कर रहे थे या फिर वहां प्राइवेट बसें खड़ी हुई थीं। वहीं वर्कशॉप में करीब 40 बसें खड़ी हुई हैं। यात्रियों ने बताया कि कई बार बसों की कमी को लेकर अफसरों से शिकायत की गई, लेकिन कोई समाधान नहीं किया है। जींद रूट पर सफर करने वाली छात्रा माधुरी, कृष्णा, सोनिया फोगाट व अन्य यात्रियों ने बताया कि प्रतिदिन बसों के लिए उन्हें कई घंटे तक इंतजार करना पड़ता है। कई बार तो निजी बसों में जाना पड़ता है। दोपहर दो बजे के बाद नहीं मिलती हैं बसें
दोपहर दो बजे के बाद जींद, पानीपत, अंबाला, कैथल समेत कई अन्य रूटों पर चलने वाले यात्रियों को अधिक परेशानी झेलनी पड़ती है। बताया जा रहा है कि इन रूटों पर चलने वाली बसों के चालक-परिचालक अपनी ड्यूटी पूरी करके दोपहर दो बजे बसों को वर्कशॉप में खड़ा कर देते हैं। इससे इन रूटों पर बसों का संकट बढ़ जाता है। चालक-परिचालकों की कमी से बढ़ रही है समस्या
रोडवेज डिपो में फिलहाल 250 चालक और इतने ही परिचालक हैं, जबकि कुल 196 बसें हैं। ओवरटाइम बंद होने और चालक-परिचालकों की कमी के चलते सभी बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है। बताया जा रहा है कि वर्कशॉप में करीब 50 बसें नियमित खड़ी रहतीं हैं। अफसरों का मानना है कि यदि चालक-परिचालकों की कमी को दूर कर दिया जाए तो बसों का नियमानुसार संचालन किया जा सकता है। ओवरटाइम बंद करने के विरोध में कर्मचारियों ने उठाई थी आवाज
रोडवेज निगम द्वारा करीब दो माह पूर्व कर्मचारियों का ओवरटाइम बंद कर दिया गया था। कर्मचारियों ने इसका पुरजोर विरोध किया था। कर्मचारी नेता युद्धवीर दांगी ने बताया कि सरकार द्वारा कर्मचारियों का ओवर टाइम बंद किए जाने से समस्या बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों का ओवर टाइम दोबारा से शुरू कराने के लिए प्रदर्शन भी किया जाएगा। वर्जन ---
ड्यूटी पूरी करने के बाद चालक-परिचालक बसों को खड़ी कर देते हैं। स्टाफ की कमी के चलते भी बसों का समय से संचालन नहीं हो पा रहा है। विभाग को कर्मचारियों की कमी को दूर करने के लिए पत्र लिखे जा चुके हैं। जल्द ही समस्या के समाधान की उम्मीद है।
राहुल जैन, महाप्रबंधक, रोडवेज डिपो, रोहतक।