भाजपा नेता ओमप्रकाश धनखड़ का रोहतक से खास रिश्ता, भालौठ में है ससुराल
ओमप्रकाश धनखड़ का रोहतक से खास नाता है। भालौठ गांव में जहां उनकी ससुराल है वहीं रोहतक लोकसभा क्षेत्र से चुनाव भी लड़ चुके हैं।
ओपी वशिष्ठ, रोहतक
ओमप्रकाश धनखड़ का रोहतक से खास नाता है। भालौठ गांव में जहां उनकी ससुराल है, वहीं रोहतक लोकसभा क्षेत्र से चुनाव भी लड़ चुके हैं। संगठन की जिम्मेदारियों को निभाते हुए लंबा समय यहां लगाया है। हरियाणा भाजपा के 12वें प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद ससुराल में खुशी का माहौल है।
जिला परिषद चेयरमैन सतीश भालौठ का कहना है कि प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ का नागरिक अभिनंदन किया जाएगा। भालौठ निवासी दारा सिंह ने बताया कि उनके बहनोई को प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई, यह उनके लिए गर्व की बात है। जिला परिवेदना समिति की बैठक में भालौठ गांव के एक शिकायकर्ता ने अपनी समस्या बताने से पहले गांव का बटेऊ होने के नाते रुपये देकर मान-सम्मान दिया तो उन्होंने खचाखच भरे हॉल में इसे स्वीकार भी कर लिया था। इससे पहले 11 नेता इस पद पर अपनी जिम्मेदारियों को निभा चुके हैं। भाजपा प्रदेश मुख्यालय में भी उनके स्वागत की तैयारियां शुरू हो गई है।
ओमप्रकाश धनखड़ ने वर्ष 2014 में रोहतक लोकसभा क्षेत्र से पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ा। लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी दीपेंद्र सिंह हुड्डा से करीब पौने दो लाख मतों से हार गए। धनखड़ के चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झज्जर में चुनावी रैली भी करने आए थे। इससे पहले रेवाड़ी में पूर्व सैनिकों की रैली में भी ओमप्रकाश धनखड़ को ही रैली की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। पूर्व केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने दीनबंधु चौधरी छोटूराम की 64 फीट की प्रतिमा के अनावरण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अक्टूबर 2018 को आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंच से ओमप्रकाश धनखड़ को अपना मित्र बताया था। इससे साबित हो गया था कि ओमप्रकाश धनखड़ की संगठन में मजबूत पकड़ है।
हुड्डा के गढ़ में भाजपा की जमीन होगी मजबूत
भाजपा नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ में ज्यादा सेंध नहीं लगा सकी थी। बेशक, लोकसभा चुनाव में रोहतक और सोनीपत लोकसभा क्षेत्र में भाजपा विजय हासिल करने में सफल रही, लेकिन विधानसभा चुनाव में असर दिखाई नहीं दिया। सुभाष बराला को हटाकर भाजपा गैर जाट चेहरे को अध्यक्ष बनाने के पक्ष में थी, लेकिन इससे जाटों की नाराजगी ज्यादा बढ़ सकती थी। इसलिए जाट के बदले जाट को भी प्रदेशाध्यक्ष बनाने का निर्णय भाजपा हुड्डा के गढ़ में सेंध लगाना है। पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु और विधायक महिपाल ढांडा की दौड़ में थे, लेकिन इसमें बाजी ओमप्रकाश धनखड़ मार गए।
हरियाणा में अभी तक रहे भाजपा प्रदेशाध्यक्ष
नाम वर्ष
डा. कमला वर्मा 1980-1983
सूरजभान 1984-1985
डा. मंगलसेन 1986-1990
प्रो. रामबिलास शर्मा 1990-93, 2013-14
रमेश जोशी 1994-1998
ओपी ग्रोवर 1998-2000
रतनलाल कटारिया 2000-2003
प्रो. गणेशी लाल 2003-2006
आत्मप्रकाश मनचंदा 2006-2009
कृष्णपाल गुर्जर 2009-2013
सुभाष बराला 2014 से अब तक