बरोदा उपचुनाव से तय हो गया भाजपा-जजपा सरकार का पतन : हुड्डा
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बरोदा उपचुनाव में जीत के लिए 36 बिरादरी का साथ मिलने की बात कही।
जागरण संवाददाता, रोहतक : पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बरोदा उपचुनाव में जीत के लिए 36 बिरादरी का साथ मिलने की बात कही। सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने कहा कि बरोदा उपचुनाव से प्रदेश की राजनीति की दिशा-दशा तय होगी। भाजपा-जजपा गठबंधन को अनैतिक बताते हुए उन्होंने कहा कि अब सरकार के पतन के दिन शुरू हो गए हैं। जनता ने इस चुनाव में गठबंधन सरकार के खिलाफ अविश्वास पारित कर दिया है। यहां से शुरू हुई बदलाव की लहर पूरे हरियाणा से होते हुए चंडीगढ़ तक जाएगी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री को बरोदा से चुनाव लड़ने का न्योता दिया था। लेकिन तब मुख्यमंत्री ने खुद चुनाव लड़ने से इन्कार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि यहां से भाजपा का साधारण कार्यकर्ता भी चुनाव जीत जाएगा। इसलिए मुख्यमंत्री को अब बताना चाहिए कि किस पार्टी का साधारण कार्यकर्ता चुनाव जीता है। प्रदेश सरकार पर चुनाव जीतने के लिए हर हथकंडा अपनाया, लेकिन जनता ने हमारी तरफ से 10 साल में कराए गए विकास कार्यो पर मुहर लगा दी है।
वहीं, सोनीपत में शराब से हुई मौत के मामले में कहा कि हमने सीबीआइ जांच की मांग की थी। यदि जांच समय से हो जाती तो लोगों की जान नहीं जाती। बिहार चुनाव के परिणाम को लेकर हुड्डा ने कहा कि मैं बरोदा उपचुनाव में व्यस्त था, इसलिए मुझे ज्यादा जानकारी नहीं।
इस दौरान कुलदीप शर्मा, विधायक भारत भूषण बतरा, पूर्व विधायक संत कुमार आदि मौजूद रहे।
इनेलो पर ली चुटकी, कहा-चश्मा और सैनी के बीच था असल मुकाबला
इनेलो पर चुटकी लेते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने कहा कि बरोदा उपचुनाव में असल मुकाबला कांग्रेस-भाजपा के बजाय इनेलो और राजकुमार सैनी की पार्टी के बीच था। दोनों ही पार्टियों के उम्मीदवार अपनी कसौटी पर खरे उतरे।