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भूकंप से बचाव के लिए झुको, ढको और पकड़ों का निरंतर करें अभ्यास

रोहतक में पिछले कुछ दिनों से बार-बार महसूस किए जा रहे भूकंप के झटकों को लेकर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान की ओर से गाइडलाइन जारी की गई हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 Jul 2020 09:23 AM (IST)Updated: Wed, 01 Jul 2020 09:23 AM (IST)
भूकंप से बचाव के लिए झुको, ढको और पकड़ों का निरंतर करें अभ्यास
भूकंप से बचाव के लिए झुको, ढको और पकड़ों का निरंतर करें अभ्यास

जागरण संवाददाता, रोहतक : जिले में पिछले कुछ दिनों से बार-बार भूकंप के झटकों को लेकर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान की ओर से गाइडलाइन जारी की गई है। इसमें बताया गया है कि भूकंप आने पर कमजोर इमारतों से जन-हानि होती है। मकान निर्माण भारतीय मानक ब्यूरो की ओर से निर्धारित डिजाइन के अनुसार कराना चाहिए। भूकंप का पूर्वानुमान लगाना संभव नहीं है। अफवाहों पर ध्यान न दें, भूकंप के दौरान भयभीत न हो और शांत रहें।

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उपायुक्त आरएस वर्मा ने कहा कि भूकंप जैसी आपदा से जान, माल की सुरक्षा के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान की हिदायतों का लोग पालन करें। पुराने मकानों की सिविल इंजीनियर्स से जांच कराएं। घर में मजबूत, मेज, डेस्क के नीचे या अन्य सुरक्षित स्थानों को चिह्नित करें ताकि, भूकंप आने पर इनके पास आसानी से पहुंचा जा सके। इन जगहों पर झुको, ढको और पकड़ों पर कम से कम महीने में एक बार अभ्यास जरूर करें। भूकंप के बारे में निरंतर बैठक व संगोष्ठी करें। घर पर भूकंप आपातकालीन किट रखें। दो से तीन दिन के लिए खाद्य सामग्री और अन्य सुरक्षा वस्तुओं का इंतजाम करें। मुमकिन हो तो भूकंप आने पर बाहर खाली जगह पर जाएं। बिजली के खंभों व तारों से दूरी बनाएं। कंपन के दौरान वाहन में हो तो नीचे उतर जाएं। क्षतिग्रस्त पुल, फ्लाइओवर को पार करने की कोशिश न करें। किसी मजबूत इमारत में हैं तो वहीं रुकें।

भूकंप के बाद घायलों को चिकित्सा सेवा प्रदान करने में सहयोग करें

उपायुक्त ने कहा कि भूकंप से नुकसान होने पर सावधानियां बरतने की जरूरत है। घायलों को चिकित्सा सेवा प्रदान करने में सहयोग करें। टूटी हुई बिजली या गैस लाइनों की जांच करें और क्षतिग्रस्त क्षेत्रों से बाहर रहें। अति तीव्र कंपन के बाद आफ्टर शॉक के लिए तैयार रहें। आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त इमारतों में प्रवेश न करें। क्षतिग्रस्त क्षेत्रों में दोपहिया वाहन और कार का इस्तेमाल न करें।


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