पीड़ित और लाचार को भी जीने का समान हक : बीरेंद्र ¨सह
जागरण संवाददाता, रोहतक : केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंद्र ¨सह ने कहा कि हमारी संस्कृि
जागरण संवाददाता, रोहतक : केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंद्र ¨सह ने कहा कि हमारी संस्कृति में गाय को माता का दर्जा दिया गया है, इसलिए हमें इनकी सेवा अवश्य करनी चाहिए। पीड़ित व लाचार पशुओं और जीव-जंतुओं को भी जीने का उतना ही अधिकार है जितना मनुष्य को। वह सोमवार को दिल्ली बाईपास स्थित लावारिस पीड़ित पशु सेवा संघ की ओर से बाबा भैरों नाथ के सानिध्य में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर ने की, जबकि मेयर मनमोहन गोयल, गोसेवा आयोग के चेयरमैन भानी राम मंगला, चेयरमैन रामचंद्र जांगड़ा व रवि कालड़ा बतौर विशिष्ट अतिथि पहुंचे। इस दौरान भंडारे का आयोजन गांधरा के समाजसेवी जीआर मलिक ने किया।
केंद्रीय इस्पात मंत्री ने शहरवासियों को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमें इन मूक व लाचार प्राणियों के प्रति समर्पण भाव दिखाना होगा। उन्होंने कहा कि सृष्टि के नियमानुसार सभी प्राणियों की संख्या घटती-बढ़ती रहती है। हमें सार्थक प्रयास करते हुए प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने में अपना अतुल्य सहयोग देना होगा। बीरेंद्र ¨सह ने लावारिस पीड़ित पशु संघ की सराहना करते हुए कहा कि वह बधाई के पात्र है जो सीमित संसाधन होते हुए भी लावारिस और बीमार पशुओं की सेवा कर रहे है। इस मौके पर लावारिस पीड़ित पशु संघ के संचालक व अध्यक्ष डा. जगदीश मलिक, कमेटी सचिव संजय बंसल, तस्वीर हूड्डा, नरेंद्र अहलावत, परमजीत बलहारा, ओम प्रकाश नांदल सहित केद्रीय मंत्री के ओएसडी सुधीर फोगाट, नवीन नैन, सतीश आहूजा, ईश्वर शास्त्री, कमल धींगड़ा आदि मौजूद रहे। बेसहारा की सेवा से बढ़कर कोई सेवा नहीं : मनीष ग्रोवर
कार्यक्रम में सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर ने कहा कि बेसहारा की सेवा से बढ़कर कोई सेवा नहीं है। हमारी संस्कृति और पूर्वजों के अनुसार हमारी माता के बाद गोमाता को सर्वश्रेष्ठ दर्जा दिया गया है। हमारा भी परम कर्तव्य बनता है कि हम इन बेसहारा गोवंश की सेवा अपने सामर्थ्य अनुसार करें। केंद्रीय मंत्री ने एक एंबुलेंस व 51 हजार रुपये देने की घोषणा
केंद्रीय मंत्री ने संघ को एक एंबुलेंस और निजी कोष से 51 हजार रुपये देने की घोषणा भी की। उन्होंने संघ के सदस्यों से कहा कि बीमार पशुओं की साफ सुथरी व आधुनिक तकनीक से चिकित्सा होनी चाहिए। अगर संभव हो तो इनके लिए अलग-अलग वार्ड बनाए जाएं। इस अवसर पर समाजसेवी व सागरविला के संचालक वीरेंद्र राठी ने सवा लाख रुपये, समाजसेवी राजेश जैन ने 21 हजार रुपये दान स्वरूप भेंट किए। अन्य गोभक्तों ने करीब 4.21 लाख रुपये दान दिए। संघ के प्रधान डा. जगदीश मलिक ने आमजन का आह्वान करते हुए कहा कि पीड़ित और लाचार पशुओं के नाम पर घर-घर जाकर चंदा मांगने वालों से सावधान रहें, जो भी सज्जन गोसेवा हेतु दान देना चाहें वह गोशाला ही आएं।