सीमा पर पाकिस्तान से लोहा लेता हरियाणा का एक और जवान शहीद
पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी में रविवार रात हरियाणा का सांपला निवासी बीएसएफ जवान शहीद हो गया। वह अगस्त 1995 में बीएसएफ में भर्ती हुआ था।
जेएनएन, रोहतक। पाकिस्तानी सेना ने रविवार रात जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में भारी गोलीबारी की, जिसमें बीएसएफ में तैनात हरियाणा के रोहतक जिले का सांपला निवासी हेड कांस्टेबल राय सिंह शहीद हो गया। परिजनों को जब राय सिंह के शहादत की सूचना मिली तो पूरा गांव शोक में डूब गया। शहीद की पत्नी सुनीता का रो-रो कर बुरा हाल है।
विलाप करती शहीद की पत्नी।
परिजनों के मुताबिक रविवार सायं ही राय सिंह की पत्नी व बच्चों की बात हुई थी। बेटे हितेश ने पापा से दिल्ली ट्रेड फेयर जाने की अनुमति मांगी थी, लेकिन राय सिंह ने 1 दिसंबर को छुट्टी आने की बात कहते हुए परिवार को घुमाने का वादा किया था। शहीद करीब 3 माह पहले 15 दिन की छुट्टी काटकर गया था। बेटे हितेश ने बताया कि पापा के जाने का दुःख है, लेकिन वह देश के लिए शहीद हुए इसका फख्र भी है। वह भी डॉक्टर बनकर देश हित में काम करेगा। वहीं, भाई रमेश ने भी दुःख के साथ फख्र की बात कही।
शहीद राय सिंह के तीनों बेटे।
राय सिंह पुत्र स्व हीरालाल का जन्म 1976 में हुआ था। वह अगस्त 1995 में बीएसएफ में सिपाही के पद पर नियुक्त हुआ था और इन दिनों राजौरी सेक्टर में तैनात था। चार भाइयों में राय सिंह सबसे छोटा था। सबसे बड़ा करतार, दूसरा रमेश व तीसरा भूप सिंह हैं। रमेश भी गत 30 अप्रैल को बीएसएफ से हेड कांस्टेबल के पद से रिटायर हुए हैं। राय सिंह का बड़ा बेटा हितेश दसवीं कक्षा में, दूसरा कर्मबीर 9वीं तथा तीसरा पारश छठी में पढ़ता है। राय सिंह की शादी मातो भैणी निवासी सुनीता के साथ करीब 16 वर्ष पहले हुई थी। राय सिंह के पिता की मौत हो चुकी है, जबकि मां चन्द्रोदेवी है बीमार है।
इस बीच तहसीलदार सुभाष जून परिवार को ढांढस बंधाने उनके घर पहुंचे। उन्होंने कहा कि शहीद के परिवार को प्रशासन हरसंभव मदद देगा। उधर, सुधीर ओहल्याण ने खरखोदा मार्ग पर नरवाल जोहड़ में करीब एक करोड़ की लागत से बन रहे पार्क को शहीद राय सिंह के नाम करने की घोषणा की।
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