तारकोल से झुलसे तीनों मासूम समेत चारों की हालत गंभीर
रोहतक सड़क निर्माण में लगे दो मजदूरों की लापरवाही के कारण परेशानी झ्
जागरण संवाददाता, रोहतक : सड़क निर्माण में लगे दो मजदूरों की लापरवाही के कारण परेशानी झेल रहे तीन मासूमों की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। फिलहाल तीनों मासूम व उनके पिता को पीजीआइ के बर्न वार्ड में भर्ती किया गया है। जहां पर चारों का उपचार किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि छह वर्षीय अंकुश के चेहरे और गर्दन पर अधिक तारकोल गिरने के चलते उसके चेहरे पर सूजन आ गई है। जिससे उसे विभिन्न प्रकार की परेशानी हो रही है। वहीं पीड़ित परिवार ने अधिकारियों से मुआवजे की मांग की है।
यह था मामला
बुधवार की रात संजय नगर क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्य चल रहा था। इसी दौरान दो मजदूर आपस में झगड़ा करने लगे। झगड़े के दौरान पास में ही उबाले जा रहे तारकोल के बर्तन में दोनों मजदूरों से किसी तरह से तारकोल रास्ते से गुजर रहे तीन बच्चों और उनके पिता पर जा गिरा। बताया जा रहा है कि पीड़ित हिसार के गांव बास निवासी अजीत अपने तीन बच्चों और पत्नी के साथ रिश्तेदारी में एक शादी समारोह में शामिल होने आया था। दोनों मजदूरों की लापरवाही के कारण तीन मासूम बच्चों की जान पर बन गई है। घटना के बाद लोगों ने दोनों मजदूरों की पिटाई तो कर दी, लेकिन बच्चों को मिले दर्द का हिसाब अभी नहीं हो सका है। साथ ही न तो ठेकेदार और न ही किसी अधिकारी ने अभी तक बच्चों की सुध ली है। दिहाड़ी मजदूरी कर परिवार का लालन पालन करने वाले अजीत के सामने अब रोजी रोटी का संकट भी खड़ा हो गया है। फिलहाल तीनों बच्चों में सबसे बड़े अंकुश की हालत अधिक खराब बताई जा रही है। चेहरे पर अधिक जलने के कारण अंकुश का चेहरा सूज गया है, जिसके चलते उसकी आंखें भी बंद हो गई हैं। पीड़ित परिवार ने अधिकारियों से मांग की है कि उन्हें मुआवजा दिलाते हुए आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।