सहकारिता मंत्री से फोन पर वार्ता के बाद पुलिस के तेवर पड़े ढीले, जेएलएन नहर में हुआ प्रमिताओं का विसर्जन, जबरदस्त हंगामा
जागरण संवाददाता, रोहतक : नहर में गणेश प्रतिमा विसर्जन को लेकर रविवार की शाम को जबरदस्
जागरण संवाददाता, रोहतक : नहर में गणेश प्रतिमा विसर्जन को लेकर रविवार की शाम को जबरदस्त हंगामा हुआ। गुलाल से सराबोर श्रद्धालु जेएलएन नहर में दस-12 फीट ऊंची प्रतिमाओं को विसर्जित करने की जिद पर अड़ गए। सेक्टर-2 के निकट नहर में प्रतिमा विसर्जन से जब पुलिस ने रोका तो श्रद्धालुओं का गुस्सा भड़क गया। पुलिस को खरी-खरी सुना दी। पुलिस ऊपर के आदेश बताते हुए श्रद्धालुओं को रोकती रही। गुस्साए श्रद्धालु सेक्टर-2-रोहतक-बोहर मार्ग पर सड़क पर ही बैठ गए। करीब 20 मिनट तक जाम लगा रहा। पुलिस की सांसे फूल गईं। बालकपुरी डेरे के बाबा कर्णपुरी महाराज भी श्रद्धालुओं के साथ थे। उन्होंने सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर से फोन पर वार्ता कराई। इनके अलावा भी तमाम लोगों ने सहकारिता मंत्री को फोन करके मौके से ही नाराजगी जता दी। इसके बाद पुलिस के तेवर भी ढीले पड़ गए। बाद में जेएलएन नहर में करीब आठ से दस बड़ी प्रतिमाओं का विसर्जन हुआ। सौ से अधिक छोटी प्रतिमाओं का भी विसर्जन किया। इसके बाद जबरदस्त जयकारे भी लगे। वहीं, डीएलएफ कालोनी के लोग प्रतिमा को हरिद्वार लेकर गए हुए थे।
दोपहर तक थे सामान्य हालात, शाम को शुरू हो गया हंगामा
दोपहर में ¨सचाई विभाग के करीब 111 कर्मचारी, पुलिस, ¨सचाई विभाग के एक्सईएन का पहरा रहा। शाम चार बजे तक सब सामान्य था। शाम करीब साढ़े पांच बजे सैकड़ों की तादाद में भीड़ पहुंची। जिसमें दुर्गा भवन स्थित 12 फीट की प्रतिमा 78 संघ परिवार लेकर आया था। हुडा कॉम्प्लेक्स से समर्पण संस्था, जनता कालोनी, जवाहर नगर, अनाज मंडी से 10 फीट ऊंची प्रतिमा को लेकर श्रद्धालु भजन गाते हुए नहर के निकट पहुंचे। इनके साथ सैकड़ों छोटी प्रतिमाएं साथ लिए श्रद्धालु थे। वहीं पर अर्बन एस्टेट थाना पुलिस ने श्रद्धालुओं ने रोक लिया। इसके बाद हंगामा हुआ। प्रतिमा विसर्जन के बाद शाम साढ़े सात बजे हंगामा समाप्त हुआ।
नाव से लेकर गोताखोर तक नहीं थे मौके पर
प्रशासन ने दावे किए थे कि कड़े इंतजाम किए गए हैं। इमरजेंसी के दौरान तैराक, नाव से लेकर ¨सचाई विभाग के अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद रहेंगे। जब मौका आया तो तैराक गायब थे। नाव का पता नहीं था। अधिकारी भी जेएलएन नहर के निकट नहीं दिखे। कुल मिलाकर जिम्मेदार अधिकारी कहीं दिखाई तक नहीं दिए।
भक्तों ने लगाए नारे, बप्पा अगले कैसे आएंगे, जब पुलिस रोक लगाएगी
जब हंगामा हो रहा था और पुलिस सख्ती दिखाई रही थी तो तमाम श्रद्धालु अलग तरीके से नारे भी लगा रहे थे। कुछ श्रद्धालु नारे लगा रहे थे कि बप्पा अगले बरस कैसे आएंगे, जब पुलिस रोक लगाएगी। वहीं, तमाम लोग पुलिस और प्रशासन को भी कोस रहे थे। कह रहे थे कि प्रशासन की मनमानी से सभी परेशान हो रहे हैं।
पुलिस रोकती रही, आगे बढ़ते रहे श्रद्धालु
पुलिस के लिए रविवार की शाम का दिन बेहद परेशानी वाला रहा। वजह थी कि जेएलएन नहर में प्रतिमा विसर्जन से पुलिस श्रद्धालुओं को रोकती रही। भारी तादाद में पुलिस बल तैनात था। पुलिस की सख्ती भी बेअसर भी रही। क्योंकि पुलिस नहर तक जाने से रोक रही थी, लेकिन श्रद्धालु माने नहीं और आगे बढ़ते रहे।
जान खतरे में डालकर नहर में कूद गए तमाम युवा
जेएलएन नहर में इस वक्त 10 फीट तक गहराई में पानी आ रहा है। 2100 क्यूसेक पानी जेएलएन नहर में है। वैसे कुल गहराई करीब 16 फीट है। तमाम युवाओं ने प्रतिमा विसर्जन के बाद लापरवाही दिखाते हुए नहर में कूद गए। बरसात के चलते फिसलन भी है। इसलिए जान हथेली पर रखकर नहर में छलांग लगाने वालों को किसी भी रोका तक नहीं। पुलिस ने जरूर उन्हें टोका। लेकिन वह नहर से युवा बाहर नहीं नहीं आए। हद तो तब थी कि बादल हो रहे थे, थोड़ी देर बाद बरसात हुई। पुलिस को दिया जवाब आरक्षण के वक्त कहां थी पुलिस
पुलिस ने श्रद्धालुओं को रोकने की कोशिश की तो लोग भड़क गए। पुलिस को खूब खरी-खरी सुनाई। प्रशासन से लेकर सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर को भी नहीं बख्शा। श्रद्धालुओं ने कहा जब आरक्षण की आग में शहर जल रहा था तब पुलिस कहां थी। ऐसे ही सहकारिता मंत्री से निकटता बताते हुए लोगों ने यहां तक कह डाला कि सहकारिता मंत्री तो गणेश महोत्सव के दौरान मुख्य अतिथि बतौर आए थे। साथ ही तमाम कार्यक्रमों में मंत्री के पहुंचने व अपनी निकटता भी बताने लगे।