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चुनावी माहौल में कार्रवाई करना भूला शिक्षा विभाग, बिना मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों में धड़ल्ले से हो रहे दाखिले

जागरण संवाददाता रोहतक लोकसभा चुनाव के माहौल में शिक्षा विभाग बिना मान्यता चल रहे निजी स्क

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Apr 2019 12:13 AM (IST)Updated: Sun, 21 Apr 2019 06:31 AM (IST)
चुनावी माहौल में कार्रवाई करना भूला शिक्षा विभाग, बिना मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों में धड़ल्ले से हो रहे दाखिले
चुनावी माहौल में कार्रवाई करना भूला शिक्षा विभाग, बिना मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों में धड़ल्ले से हो रहे दाखिले

जागरण संवाददाता, रोहतक : लोकसभा चुनाव के माहौल में शिक्षा विभाग बिना मान्यता चल रहे निजी स्कूलों पर कार्रवाई करना भूल गया है। शिक्षा विभाग के इस नरम रूख का फायदा निजी स्कूल संचालक जमकर उठा रहे हैं। मान्यता मिलने का दावा करके निजी स्कूल धड़ल्ले से बच्चों का दाखिला कर रहे हैं। शिक्षा विभाग की लापरवाही और निजी स्कूलों के दावे को लेकर अभिभावकों में बच्चों को दाखिला कराने में संशय की स्थिति बन गई है। बता दें कि शिक्षा विभाग पिछले दिनों सूची जारी कर 63 स्कूलों को नोटिस जारी कर चुका है। लेकिन इसके बाद आगे की कार्रवाई नहीं की है। अभिभावकों का कहना है कि शिक्षा विभाग द्वारा नए सूची जारी करनी चाहिए ताकि पता चल सके कि कितने स्कूल अभी तक बिना मान्यता चल रहे हैं। उधर, अधिकारियों का कहना है कि सभी ब्लाक से अभी ताजा डाटा एकत्रित किया जा रहा है। कई नामी स्कूलों के पास भी नहीं मान्यता

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शिक्षा विभाग ने पिछले दिनों जिन 63 निजी स्कूलों की सूची जारी की थी। उनमें कई नामी स्कूल भी शामिल थे। बिना मान्यता के चल रहे इन स्कूल संचालकों को नोटिस देकर मान्यता लेने के मापदंड पूरे करने के निर्देश दिए गए थे। बताया जाता है कि कुछ स्कूलों ने तो मान्यता प्राप्त कर ली है। लेकिन अधिकतर स्कूल अब भी बिना मान्यता के ही चल रहे हैं। इतना ही नहीं स्कूलों में बच्चों को दाखिला भी दिया जा रहा है। साथ ही, अभिभावकों के सामने लंबे- चौड़े दावे भी किए जा रहे हैं। इससे अभिभावकों स्कूल संचालकों के झांसे में भी आ रहे हैं। अगर बाद में मान्यता प्राप्त नहीं कर सके तो दाखिल लेने वाले बच्चों का भविष्य भी खराब हो सकता है।

शिक्षा विभाग को बिना मान्यता प्राप्त स्कूलों की ताजा सूची जारी करनी चाहिए। ताकि अभिभावकों को अपने बच्चों के दाखिले के संबंध में सही स्कूल की जानकारी हो सके। हालांकि ज्यादातर अभिभावकों ने अपने बच्चों के दाखिले निजी स्कूलों करा दिए हैं। रोहतक में अनेक निजी स्कूल बिना मान्यता वाले होने के चलते उनमें पशोपेश की स्थिति बनी हुई है। इस संबंध में विभाग को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए ताकि अभिभावकों व बच्चों को बाद में दिक्कतें न हो।

- यशवंत सिंह, प्रधान अभिभावक संघ, रोहतक । जिला में बिना मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों की ताजा सूची तैयार की जाएगी। इसके लिए सभी ब्लाक से डाटा एकत्रित किया जा रहा है। सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से उनके ब्लाक में ऐसे स्कूलों व उनके पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या आदि का डाटा मांगा गया है। जल्द ही सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा।

- परमेश्वरी हुड्डा, जिला शिक्षा अधिकारी, रोहतक


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