प्रदेश के कण-कण में मौजूद हैं वीरता की अनूठीं गाथाएं
जागरण संवाददाता रोहतक उपायुक्त आरएस वर्मा ने कहा है कि जहां हरियाणा के वीर जवाना
जागरण संवाददाता, रोहतक : उपायुक्त आरएस वर्मा ने कहा है कि जहां हरियाणा के वीर जवानों का पराक्रम व वीरता बेमिसाल है वहीं शहीद परिवारों का जज्बा भी कम नहीं है। सोमवार को विकास सदन में हरियाणा वीर एवं शहीदी दिवस के अवसर पर शहीद परिवारों के सम्मान के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिला उपायुक्त ने शहीदों के परिजनों को संबोधित भी किया। कहा कि देशभक्ति और वीरता की अनूठी गाथाएं प्रदेश के कण-कण में है।
वीर शहीदों के परिजनों के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में उपायुक्त ने कहा कि प्रदेश का शौर्यपूर्ण इतिहास यहां के युवाओं को राष्ट्र के लिए अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक करता है। उन्होंने कहा कि देश की एकता एवं अखंडता के लिए शहीदों द्वारा दिया गया बलिदान सर्वोपरि है। हम सबको शहीद राव तुलाराम जैसे महान वीरों के पद चिह्नों पर चलते हुए देश की एकता एवं अखंडता को बनाए रखने का संकल्प भी लेना होगा। कहा कि प्रदेश में ऐसी परंपरा रही है कि जब कोई जवान सरहद पर देश की रक्षा करते हुए शहीद हो जाता है तो उसके बाद भी परिवार का देश के प्रति जज्बा कम नहीं होता और इन परिवारों ने आगे भी अपने बच्चों को सीमाओं की रक्षा करने के लिए सेना में भेजने का काम किया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में अनेक ऐसे गांव है जिनमें हर घर से कोई न कोई जवान देश की रक्षा में लगा हुआ है। सैनिक बहुत ही विकट परिस्थितियों में रहकर सरहदों पर देश की रक्षा करके राष्ट्र की जनता को सुरक्षित माहौल देते है। इस मौके पर शहीद हरिओम की दो नन्ही बच्चियों आरती फौगाट व आदी फौगाट ने प्यार भी भरपूर गया, मांग का सिदूर गया शीर्षक की कविता सुनाकर सभी की आंखों को नमन कर दिया। इस मौके पर सैनी स्कूल की छात्राओं ने देशभक्ति के गीतों की प्रस्तुति के माध्यम से शहीदों को नमन किया। कलाकार सिद्घार्थ ने भी देशभक्ति से ओतप्रोत गीत सुनाकर देशभक्तिमय माहौल बना दिया। उपायुक्त ने कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाली सभी स्कूली छात्राओं को स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर एसडीएम राकेश कुमार, कर्नल राजेंद्र सिंह, पठानिया स्कूल के निदेशक अंशुल पठानिया, जिला रेडक्रास सोसायटी के सचिव देवेंद्र चहल, जिला शिक्षा अधिकारी सत्यवती नांदल व अध्यापक विजय उपस्थित थे।
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कार्यक्रम में इन शहीदों के परिजनों को किया गया सम्मानित
गांव आसन से देवेंद्र, श्रीनगर कालोनी से किरण, जसिया से राजबाला देवी, मुनेश देवी व सुनेहरी देवी, रिठाल से कृष्णा, सीसर खास से सुनीता, मकडौली कला से कविता व सत्यवती, रामेश्वरी देवी, लाढौत से सुनीता व अनीता, निदाना से सुशीला व मूर्ति देवी, कबूलपुर से सुनीता देवी, गढ़ी बलम से शकुंतला देवी व आशा, अन्नु दहिया, ईस्माइला से कमलेश, भालौठ से सोना देवी, चुलियाना से प्रशनी, टिटौली से बाला देवी व इंद्रावती, भालौठ से मंजू बाला, सुनारिया से बर्फो देवी, संतोष व सूरज कौर, मोखरा से सुरेखा, कमला नगर से रणबीर सिंह, विजय नगर से मीना, बहलंबा से नीरू, सांपला से सरोज देवी, जिदराण से कृष्णा, मायना से उर्मिला देवी, पाकस्मा से सुनीता देवी, सुंदरपुर से सत्यावंती देवी, सैमान से फूल कुमार, भैंस्त्रू से सरिता देवी व हुमांयुपुर से सुखदेई शामिल थी।