फर्जी डाक्टर निकला गरनावठी का प्रॉपर्टी डीलर, खींचता था नर्सो के फोटो, गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, रोहतक : पीजीआइ के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ फर्जी डाक्टर आखिरकार
जागरण संवाददाता, रोहतक : पीजीआइ के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ फर्जी डाक्टर आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। आरोप था कि वह खुद को ऑर्थों का डाक्टर बताकर नर्सो के फोटो भी खींचता था। पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद आरोपित का कहना है कि वह तो प्रॉपर्टी डी¨लग का काम करता है और मौसी का इलाज कराने के लिए पीजीआइ में आया था। पुलिस आरोपित को शनिवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी।
यह था मामला
पिछले माह पुलिस को दी गई शिकायत में डीएमएस डा. संदीप ने बताया था कि लगातार शिकायत मिल रही थी कि एक व्यक्ति खुद को डाक्टर बताकर यहां पर घूमता है। जो नर्सों की फोटो खींचता है और ऑपरेशन थियेटर में भी बिना किसी से पूछे घुस जाता है। ट्रामा सेंटर से लेकर अन्य स्थानों की भी वीडियोग्राफी करता है। कई बार स्टाफ के साथ भी अभद्र बर्ताव और उन पर रौब गालिब भी करता है। आरोपित सीसीटीवी फुटेज में भी कैद हो गया था, जिसके साथ आरडीए के प्रधान डा. जंगवीर भी दिखाई दे रहे हैं। फुटेज के आधार पर पीजीआइ थाना पुलिस ने आरोपित कृष्ण कुमार निवासी गरनावठी कलानौर और आरडीए प्रधान के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस तभी से मामले की जांच पड़ताल कर रही थी। पीजीआइ में घूम रहा था, चढ़ गया हत्थे
पुलिस आरोपित की तलाश में जुटी हुई थी। शुक्रवार को भी आरोपित पीजीआइ में आया हुआ था। इसी दौरान सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह प्रॉपर्टी डी¨लग का काम करता है। वह अपनी मौसी का इलाज कराने पीजीआइ में आया था। इलाज के लिए कभी डाक्टर इधर तो कभी दूसरी जगह भेज रहे थे। ठंड से बचने के लिए उन्हें कंबल भी नहीं दिया गया था। इस वजह से आरोपित ने डाक्टर बताकर रौब गालिग किया था। हालांकि आरोपित पुलिस को गुमराह करने के लिए स्पष्ट नहीं बता रहा है। उधर, पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि वह पीजीआइ के अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए हर धरने-प्रदर्शन में भी बढ़-चढ़कर भाग लेता था। आरोपित ने पीजीआइ प्रशासन के खिलाफ काफी आरटीआइ भी लगा रखी है। फर्जी डाक्टर के खिलाफ मामला दर्ज था, जिसे पीजीआइ कैंपस से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपित से पूछताछ की जा रही है। शनिवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
- भूप ¨सह, जांच अधिकारी पीजीआइ थाना