पीजीआइ में आने वाले 99 फीसद मरीज सस्ती दवाओं के लाभ से वंचित
जागरण संवाददाता रोहतक पीजीआइ में प्रतिदिन उपचार के लिए आने वाले 99 फीसद मरीजों को अम
जागरण संवाददाता, रोहतक : पीजीआइ में प्रतिदिन उपचार के लिए आने वाले 99 फीसद मरीजों को अमृत स्टोर का लाभ नहीं मिल पा रहा है। स्थिति यह है कि प्रतिदिन औसतन 150 मरीज ही अमृत स्टोर से दवाइयां खरीद रहे हैं। जबकि पीजीआइ में प्रतिदिन 15 हजार से अधिक मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं। बताया जा रहा है कि पीजीआइ में खोला गया अमृत स्टोर ऐसी जगह है जहां पर मरीजों को पहुंचने में परेशानी होती है।
पीजीआइ में प्रतिदिन करीब 15 हजार मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं। इन मरीजों को सस्ती दवाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा अमृत स्टोर और जन औषधि केंद्र खोले गए थे। पीजीआइ की इमरजेंसी में प्रबंधन द्वारा जन औषधि केंद्र खोलने की व्यवस्था की गई, जबकि अमृत स्टोर खोलने के लिए पुलिस थाने के बराबर में जगह दी गई थी। जन औषधि केंद्र पर तो मरीज आसानी से पहुंच रहे हैं, लेकिन अमृत स्टोर की लोकेशन अंदर होने के चलते अधिकतर मरीजों को इसके बारे में जानकारी ही नहीं है। जबकि पीजीआइ प्रबंधन ने भी मरीजों को जागरुक करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। अमृत स्टोर से मिली जानकारी के अनुसार सस्ती दवाओं का लाभ केवल एक फीसद मरीजों को ही मिल पा रहा है। जबकि 99 फीसद मरीज अभी भी महंगी दवाएं खरीदने के लिए मजबूर हो रहे हैं। कम है स्पेस, नहीं हैं दवाएं
अमृत स्टोर संचालन के लिए पर्याप्त स्पेस भी नहीं है। जिसके चलते 400 से अधिक दवाओं की कमी अमृत स्टोर पर है। ऐसे में मरीजों को उक्त स्टोर से चिकित्सकों द्वारा लिखी गई सभी दवाएं नहीं मिल पाती हैं। जबकि निजी मेडिकल स्टोर संचालक मरीजों को एक या दो दवाएं देने से इनकार कर देते हैं। इससे मरीज अमृत स्टोर पर न जाकर निजी मेडिकल स्टोर से दवाएं खरीदने को मजबूर हैं।
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