रूबेला और खसरा टीकाकरण का 60 फीसद लक्ष्य पूरा : डीसी
जागरण संवाददाता, रोहतक : उपायुक्त डा. यश गर्ग ने कहा कि रूबेला और खसरे से बचाव के लिए च
जागरण संवाददाता, रोहतक :
उपायुक्त डा. यश गर्ग ने कहा कि रूबेला और खसरे से बचाव के लिए चलाया जा रहे अभियान में अभिभावकों का पूर्ण सहयोग मिल रहा है और अब तक एक लाख 70 हजार से अधिक बच्चों का टीकाकरण करके 60 फीसद लक्ष्य पूरा कर लिया गया है। वह बुधवार को एमडीएन स्कूल में चल रहे टीकाकरण अभियान का निरीक्षण कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस अभियान की सफलता के लिए सभी प्राइवेट स्कूल संचालक, प्राचार्य व शिक्षकगण भी भरपूर सहयोग कर रहे है। उन्होंने कहा कि अभियान के तहत नौ माह से 15 वर्ष तक के बच्चों को खसरा व रूबेला से बचाने के लिए टीकाकरण किया जा रहा है। इन दोनों बीमारियों के बचाव का एक ही टीका बच्चों को लगाया जा रहा है। यह अभियान लगभग मई के अंतिम सप्ताह तक चलेगा और जिला के 2 लाख 84 हजार से अधिक बच्चों का टीकाकरण कर इन बीमारियों से निजात दिलाई जाएगी।
उपायुक्त ने स्कूली छात्रों को टीकाकरण के बाद प्रमाण पत्र भी वितरित किए। इस अवसर पर सिविल सर्जन डा. अनिल बिड़ला ने भी खसरा व रूबेला बीमारियों से बचाव बारे आवश्यक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत लगभग 300 टीमें तैनात की गई है। विशेषकर ईंट-भट्ठो, औद्योगिक क्षेत्रों में कार्य करने वाले परिवारों के बच्चों का भी टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए चिकित्सकों की तैनाती की गई है।
इस अवसर पर उपसिविल सर्जन डा. केएल मलिक, डा. राजबीर सबरवाल, एसएमओ डा. स्नेह, डा. रणबीर ¨सह, डा. विकास, जिला परिवार कल्याण शिक्षा अधिकारी सुरेश भारद्वाज, प्राचार्य लिलि नागपाल, कोर्डिनेटर ललिता मलिक सहित कई अधिकारी एवं शिक्षक मौजूद थे।
वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह
रोहतक : केंद्रीय विद्यालय में 10 मई को सायं साढे़ पांच बजे 21वां वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह मनाया जाएगा। इस समारोह में चेयरमैन एवं उपायुक्त डा. यश गर्ग विद्यार्थियों को पारितोषिक वितरण करेंगे। केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य सुरेंद्र ने बताया कि पुरस्कार वितरण समारोह में अतिरिक्त उपायुक्त अजय कुमार तथा संयुक्त आयुक्त नगर निगम र¨वद्र एवं हरियाणा कला परिषद रोहतक मंडल के निदेशक गजेंद्र फौगाट बतौर विशिष्ट अतिथि शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन के साथ होगा और विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। इसके अलावा स्कूली विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जाएंगे।