हरियाणा के मुक्कों के आगे प्रतिद्वंद्वी बेबस
जागरण संवाददाता रोहतक हरियाणवी मुक्कों के आगे प्रतिद्वंद्वी बेबस हो रहे हैं। इसकी बानगी
जागरण संवाददाता, रोहतक : हरियाणवी मुक्कों के आगे प्रतिद्वंद्वी बेबस हो रहे हैं। इसकी बानगी सोमवार से बुल्गारिया में स्ट्रैंडजा बॉक्सिग टूर्नामेंट में हुए मुकाबलों में देखी गई। जहां पर रोहतक की ज्योति गुलिया व चरखी दादरी के नवीन झांझड़िया ने अपने मुकाबले जीत लिए और अगले दौर में प्रवेश कर लिया है। दोनों मुक्केबाजों की जीत से स्वजनों व खेल प्रेमियों में खुशी की लहर है। ज्योति का मंगलवार को अगला मुकाबला कजाकिस्तान की बॉक्सर के साथ होगा। बुल्गारिया के सोफिया में हो रहे स्ट्रैंडजा बॉक्सिग टूर्नामेंट में भारतीय मुक्केबाजी दल में 13 बॉक्सर शामिल हैं, जिनमें से 10 हरियाणा से हैं। हरियाणा के मुक्केबाजों में तीन लड़कियां व सात लड़के हैं। लड़कियों में 51 किलोग्राम भार वर्ग में रोहतक के रुडकी गांव की ज्योति गुलिया शामिल हैं। यह बॉक्सिग टूर्नामेंट को यूरोपीय सर्किट में सबसे पुराना अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट माना जाता है। अब इसका 72वां संस्करण चल रहा है। यह टूर्नामेंट 28 फरवरी तक खेला जाएगा। ज्योति ने लाकडाउन में होम ग्राउंड पर की थी प्रैक्टिस :
लाकडाउन के दौरान अपने होम ग्राउंड पर ही जमकर प्रैक्टिस करने वाली रोहतक के रुडकी गांव की ज्योति गुलिया ने सोमवार को यूक्रेन की प्रतिद्वंद्वी बॉक्सर को चार-एक से करारी शिकस्त देकर अगले राउंड में प्रवेश किया है। ज्योति ने 2012 में गांव की लड़कियों को बॉक्सिग करते देखा था। तभी से उनको भी बॉक्सिग का जुनून हो गया और वे गांव में ही शहीद बैतून सिंह स्टेडियम में कोच विजय हुड्डा के पास बॉक्सिग का निशुल्क अभ्यास करने जाने लगी थी। कोच विजय ने बताया कि लाकडाउन के समय ज्योति ने रुडकी स्थित अपने होम ग्राउंड में 10 महीने तक जमकर मेहनत की। गांव में सामान्य किसान परिवार की यह बेटी अपनी खेल प्रतिभा के दम पर 2017 से लगातार भारतीय महिला बॉक्सिग कैंप का हिस्सा बन रही हैं। नवीन ने घर पर कमरे में जमकर की थी प्रैक्टिस :
उधर, चरखी दादरी के बॉक्सर नवीन झांझड़िया ने 91 किलोग्राम भार वर्ग में अमरीका के बॉक्सर को रोचक मुकाबले में तीन-दो से पराजित कर कर अगले राउंड में जगह बनाई है। नवीन के चचेरे भाई सतेंद्र ने बताया कि नवीन ने लाकडाउन के समय घर पर एक कमरे में ही जमकर प्रैक्टिस की थी। हालांकि घर के पास ही खेतों में कमरा भी बनाया हुआ है। जहां वे कसरत करते जाते थे। लेकिन पंचिग की प्रैक्टिस उन्होंने घर पर ही की। महीनों तक एकाग्रता के साथ प्रैक्टिस का परिणाम है कि नवीन में इस टूर्नामेंट में सोमवार को अमरीका के मुक्केबाज को रोचक मुकाबले में तीन-दो से शिकस्त दे दी और अगले दौर में प्रवेश करने में कामयाब रहे।