जाट संस्था के निर्माण में चौधरी देवी सिंह का योगदान अभूतपूर्व : प्रधान ओमप्रकाश नांदल
जागरण संवाददाता रोहतक जाट शिक्षण संस्था की यज्ञशाला में सोमवार को यज्ञ कराया गया। इस दौ
जागरण संवाददाता, रोहतक : जाट शिक्षण संस्था की यज्ञशाला में सोमवार को यज्ञ कराया गया। इस दौरान संस्था के संस्थापक और स्वतंत्रता सेनानी चौधरी देवी सिंह का 146वां जन्मदिवस भी मनाया गया। उनके पड़पौत्र एडवोकेट चंचल नांदल यजमान के तौर पर रहे और यज्ञ के ब्रह्मा आर्य समाज तिलक नगर के संयोजक सुखबीर दहिया रहे।
इस दौरान अठगामा खाप के प्रधान रणबीर नांदल ने कहा कि चौधरी देवी सिंह ने जाट स्कूल की स्थापना के लिए सबसे पहले अपनी 30 बीघा जमीन व 92 बीघा जमीन गांव के लहरी सिंह से खरीद कर संस्था को प्रदान की थी। साथ ही बाकी बची 378 बीघा जमीन गांव से पंचायत करके संस्था को दिलवाने का काम किया था। नांदल खाप के प्रधान ओमप्रकाश नांदल ने कहा कि जाट संस्था के निर्माण में चौधरी देवी सिंह का योगदान अभूतपूर्व है। उनके प्रयासों से 1913 में लगाया हुआ छोटा सा संस्था रुपी पौधा एक विशाल वृक्ष बन गया है। नांदल खाप के महासचिव डा. संजीत नांदल ने कहा कि चौधरी देवी सिंह दानवीर ही नहीं थे, बल्कि एक बहुत बड़े स्वतंत्रता सेनानी भी थे। 1910 में दस जाट बटालियन में रहते हुए भारतीयों के पक्ष में अंग्रेज हुकूमत के खिलाफ विद्रोह किया, जिसके चलते उन्हें फौज से बर्खास्त कर दिया गया था। इस मौके पर तिलक नगर के प्रधान रणधीर सिंह, आर्य समाज तिलक नगर के प्रधान करतार सिंह, चंद्र सिंह दहिया, जगदेव हुड्डा, स्नेहलता, राजेंद्र शास्त्री, साहिल, बिजेंद्र गहलोत, मोनू, बलवान माजरा, वीरेंद्र नांदल, आजाद, अशोक नांदल, रेणू और पूनम आदि मौजूद रहे।