एक ओर आ रहा गर्मी का सीजन, दूसरी ओर पेयजल आपूर्ति में कटौती
जागरण संवाददाता रोहतक गर्मियों का सीजन शुरू होने वाला है। जबकि जनस्वास्थ्य विभाग और नगर
जागरण संवाददाता, रोहतक : गर्मियों का सीजन शुरू होने वाला है। जबकि जनस्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के पास शहर में बेहतर पेयजल आपूर्ति के लिए कोई रोडमैप नहीं है। मजेदार बात यह है कि 1961 से स्टैंडर्ड मानक के हिसाब से रोजाना हर व्यक्ति को औसतन 36 लीटर प्रतिदिन तक कम पानी कम पीने को मिल रहा है। दूसरी ओर, चौथे जलघर के निर्माण के नगर निगम ने लाढ़ौत रोड पर जमीन मांगी है। जमीन ट्रांसफर करने से संबंधित केस सरकार को भेजा गया है।
लाढ़ौत रोड पर चौथे जलघर के निर्माण के लिए 40-50 एकड़ जमीन मांगी गई है। पिछले कुछ वर्षों से नए जलघर के निर्माण की मांग उठ रही है। बताते हैं कि शहर की आबादी बढ़ गई है। इसलिए चौथे जलघर का निर्माण बेहद जरूरी है। वहीं, जिस तेजी से आबादी बढ़ रही है उस हिसाब से पेयजल आपूर्ति के संसाधन खड़े नहीं हो सके। रोहतक में जनसंख्या 1961 से बेहद तेजी से बढ़ी, लेकिन पानी के इंतजामों में सुधार नहीं हुआ। 205 करोड़ की अमृत योजना में दो साल बाद भी अधर में है। पेयजल आपूर्ति के भी हालात ठीक नहीं हैं। वहीं, सबसे बुरे हालात स्लम बस्तियों के हैं। यहां टैंकर तक नहीं पहुंचते हैं। शहरी आबादी 5.12 लाख है। करीब 26 स्लम बस्तियों में करीब 8109 घर और लगभग 40775 आबादी है। रोजाना हर आदमी को 36 लीटर कम मिल रहा कम पानी
जनस्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट कहती है कि 22 फीसद औसत, 10 फीसद अक्सर गंदे पानी की आपूर्ति होती है। स्टैंडर्ड मानकों के हिसाब से प्रति व्यक्ति को प्रतिदिन 135 लीटर पानी मिलना चाहिए, लेकिन 99 लीटर ही पानी मिल पा रहा है। मार्च में भालौठ नहर तो 17 के बाद जेएलएन में आएगा पानी
एक्सईएन राम निवास ने बताया कि भालौठ नहर में पानी की आपूर्ति बंद हो चुकी है। अगले 32 दिन बाद यानी मार्च के पहले सप्ताह में ही भालौठ से पानी की आपूर्ति होगी। जबकि जेएलएन नहर में 15 फरवरी की रात में पानी आएगा। अगले दिन यानी 17 फरवरी को पानी मिलेगा। 20 तक जलघरों में पानी पहुंचेंगा। अब 16 के बजाय 24 दिन कटौती, गर्मियों में हालात होंगे बेकाबू
जेएलएन नहर के एक्सईएन अरुण मुंजाल ने बताया कि 3200 क्यूसेक क्षमता वाली जेएलएन नहर में पहले 16 दिन पेयजल आपूर्ति और इतने ही दिन बंद रहने का रोस्टर था। अब रोस्टर में बदलाव हो गया है। 16 दिन पेयजल आपूर्ति और 24 दिन पानी की आपूर्ति बंद रहने के ऊपर से आदेश आ चुके हैं। इसी तरह भालौठ नहर से पहले आठ दिन पेयजल आपूर्ति और 24 दिन बंद रहने का रोस्टर तय था। अब आठ दिन भालौठ से पेयजल आपूर्ति और 32 दिन बंद रहने का रोस्टर तय है। वर्जन
पेयजल आपूर्ति को लेकर हम गंभीर हैं। जलघरों की वर्षों बाद पहली बार सफाई का कार्य कराया। इससे जलघरों में रॉ वाटर संग्रहित करने की क्षमता 25-30 फीसद बढ़ेगी। लाढ़ौत में नए जलघर के निर्माण के लिए जमीन ट्रांसफर करने से संबंधित केस बनाकर सरकार को भेजा है। सरकार अनुमति देगी तो जलघर के निर्माण का कार्य शुरू कराएंगे।
मनमोहन गोयल, मेयर, नगर निगम -- रोहतक की सालवार जनसंख्या :::::
साल : जनसंख्या
1901 : 20323
1911 : 20361
1921 : 25240
1931 : 35235
1941 : 48148
1951 : 91902
1961 : 88193
1971 : 124733
1981 : 166767
1991 : 216096
2001 : 294577
2011 : 374292
2017 : 512469 स्त्रोत : नगर निगम