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हरपथ से सुधारेंगे शहर के पथ

बरसात से पहले सड़कों की सेहत दुरुस्त करने की कवायद शुरू हो गई है। नगर निगम प्रशासन ने बरसात के दौरान हादसों से निपटने के लिए सभी बड़े गड्ढे चिह्नित करने के आदेश दिए हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Jun 2020 09:43 AM (IST)Updated: Wed, 24 Jun 2020 09:43 AM (IST)
हरपथ से सुधारेंगे शहर के पथ
हरपथ से सुधारेंगे शहर के पथ

अरुण शर्मा, रोहतक

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बरसाती सीजन से पहले सड़कों की सेहत दुरुस्त करने की कवायद शुरू हो गई है। नगर निगम प्रशासन ने बरसात के दौरान हादसों से निपटने के लिए सभी बड़े गड्ढे चिह्नित करने के आदेश दिए हैं। नगर निगम में तैनात आठ जेई नियमित तौर से हरपथ एप पर सड़कों के गड्ढों के फोटो अपलोड करेंगे। इसके बाद जर्जर सड़कों पर तत्काल मरम्मत का कार्य होगा। इसके बाद भी यदि कहीं गड्ढे शेष बचे या फिर हादसे हुए तो सीधे तौर से जेई जिम्मेदार होंगे। वहीं, शहरी जनता टूटी सड़कों की शिकायतें कंट्रोल रूम पर कर सकेगी।

निगम के आयुक्त प्रदीप गोदारा ने आदेश दिए हैं कि सात दिनों के अंदर सभी सड़कों के गड्ढों को चिह्नित किया जाए। मानसरोवर पार्क के निकट कंट्रोल रूम संचालित है। इस कंट्रोल रूम पर छह-छह घंटे के लिए सभी आठ जेई ड्यूटी करेंगे। ड्यूटी पर तैनात किए गए जेई के पास टूटी सड़कों की शिकायतें सामने आएंगी तो तत्काल वहां टीम भेजेंगे। इसके साथ ही कार्य शुरू कराएंगे। निगम के आयुक्त ने सीधे तौर से कहा है कि बरसाती सीजन जोर पकड़े इससे पहले ही जर्जर सड़कों पर मरम्मत के कार्य पूरे कराए जाएं। शहरी क्षेत्र के सभी 22 वार्डों के लिए कुल 30 लाख रुपये का बजट भी तय कर दिया है। वहीं, शहरी जनता का दावा है कि बरसात से पहले जर्जर सड़कों पर काम नहीं हो सकता है।

इस कंट्रोल रूम के नंबर पर कर सकेंगे टूटी सड़कों की शिकायत

नगर निगम के आयुक्त प्रदीप गोदारा ने बताया है कि सेक्टरों और शहरी क्षेत्र में यदि कहीं सड़कें टूटी या जर्जर हैं तो शहर के लोग कंट्रोल रूम में फोन करके शिकायत दे सकेंगे। आयुक्त ने बताया है कि कंट्रोल रूम के टोल फ्री नंबर 18001805007 पर शिकायत कर सकते हैं। लोगों से सहयोग मांगा है कि वह भी शिकायतें दें।

निगरानी के लिए थर्ड पार्टी, फिर भी हालात नहीं सुधरे

सड़कों का निर्माण गुणवत्ता के साथ हो इसके लिए थर्ड पार्टी निगरानी के लिए तैनात हैं। सूत्रों का दावा है कि निर्माण सामग्री के सैंपल लेने से लेकर दूसरी कार्रवाई के ठोस परिणाम सामने नहीं आ रहे हैं। इसलिए सवाल उठ रहे हैं कि सड़कों की गुणवत्ता की निगरानी कैसे हो रही है। भाजपा नेता एवं सेक्टर-3 निवासी जगमाल नरवाल कहते हैं कि निगरानी का तंत्र मजबूत नहीं है। तभी तो लगातार सड़कें टूट रहीं हैं। सेक्टर-3 की सड़कों का उदाहरण दिया कि निर्माण कार्य गुणवत्ता से नहीं हुए।

वर्जन

जो सेक्टर हमारे कार्यक्षेत्र में हैं उन सेक्टरों के लोग कंट्रोल रूम पर शिकायत कर सकते हैं। हम शिकायत के बाद तत्काल सड़कों पर मरम्मत के कार्य कराएंगे। सभी मरम्मत के कार्य एक-दो दिन में कार्य शुरू करा देंगे।

प्रदीप गोदारा, आयुक्त, नगर निगम

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सड़कें बार-बार बन रहीं हैं और चंद दिनों के अंतराल पर ही टूट रहीं हैं। पूरे प्रकरण में निष्पक्षता से जांच हो। आखिर सड़कों का गुणवत्ता के साथ निर्माण क्यों नहीं हो रहा।

उदय सिंह फोगाट, पूर्व प्रधान, सेक्टर-14, रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन


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