मजदूरों को पलायन करने की जरूरत नहीं, प्रशासन कराएगा इंतजाम
फोटो संख्या -23 - उद्योगपतियों की साथ बैठक दिए उचित निर्देश जागरण संवाददाता रोहतक दूसरे राज्यों से जिला में आए मजदूरों के पलायन को लेकर जिला उपायुक्त ने उद्योगपतियों की बैठक लेकर मजदूरों के पलायन को रोकने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अप्रवासी लोगों को यहां किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। जिला प्रशासन द्वारा उनके ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था का इंतजाम कराया गया।
जागरण संवाददाता, रोहतक : दूसरे राज्यों से जिला में आए मजदूरों के पलायन को लेकर जिला उपायुक्त ने उद्योगपतियों की बैठक लेकर मजदूरों के पलायन को रोकने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अप्रवासी लोगों को यहां किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। जिला प्रशासन द्वारा उनके ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था का इंतजाम कराया गया। जिला उपायुक्त आरएस वर्मा ने औद्योगिक यूनियन के पदाधिकारियों को निर्देश दिए कि उनसे संबंधित उद्योगों में कार्य करने वाले अप्रवासी मजदूरों एवं कर्मचारियों को देशभर में लागू लॉकडाउन के चलते आगामी आदेशों तक पलायन न करने दें। उन्होंने बताया कि बीती रात कुछ अप्रवासी मजदूर जो पलायन कर रहे थे उन्हें समझाकर करौंथा में तैयार एक केंद्र में ठहराया गया है तथा उनके खाने-पीने व अन्य जरूरी वस्तुओं को जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध करवाया गया है। उन्होंने पदाधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि जहां तक संभव हो वे अपने सभी कामगारों का ख्याल रखते हुए उन्हें जरूरी चीजें उपलब्ध करवाएं। उपायुक्त ने बैठक में उपस्थित सभी को आश्वस्त करते हुए कहा कि लॉकडाउन के दौरान प्रशासन के पास किसी भी प्रकार के सामान व खाद्य सामग्री की कोई कमी नहीं है। उन्होंने इस मौके पर उद्यमियों को हेल्पलाइन नम्बर-01262-244163, 9486090380 देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की खाद्य सामग्री व सूखा राशन न मिलने व अन्य असुविधा होने पर तुरंत इस नम्बर पर कॉल करके प्रशासन द्वारा मदद ली जा सकती है। उन्होंने बताया कि खाद्य सामग्री के लिए एसई बीएंडआर को ऑल ओवर इंचार्ज बनाया गया है। उन्होंने बताया कि उपायुक्त कार्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम के नम्बर पर कॉल करने के मात्र दो मिनट के अंदर संबंधित अधिकारी के पास समस्या पहुंचा दी जाती है और उसका समाधान करने के लिए टीमें तुरंत कार्रवाई करती है। उन्होंने बताया कि मात्र दो दिन के अंदर-अंदर जिला प्रशासन द्वारा असहाय, बेसहारा व लॉकडाउन के दौरान बेरोजगारों श्रमिकों व आमजन के लिए लगभग 3500 के करीब खाद्य सामग्री के पैकेट उनके द्वारा बताए गए गंतव्य तक पहुंचाए गए हैं।