लॉकडाउन का मिलाजुला असर, लोगों का रवैया भी रहा गैर जिम्मेदाराना
जागरण संवाददाता रोहतक रविवार को जनता कर्फ्यू काफी हद तक सफल रहा। सोमवार लॉकडा
जागरण संवाददाता, रोहतक :
रविवार को जनता कर्फ्यू काफी हद तक सफल रहा। सोमवार लॉकडाउन के कुछ जगह पर औपचारिकता दिखी। हालांकि शहर के व्यापारियों ने सरकार के आदेशों की पालना करते हुए सकारात्मक समर्थन दिया। मेडिकल स्टोर, किरयाना स्टोर व अन्य आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को छोड़कर बाजारों में शटर डाउन रहें। लेकिन रिहायशी कालोनियों में दुकान व शहर में रेहड़ी वाले बिना किसी रोक-टोक के सामान बेचते रहें। सड़कों पर प्रतिबंध के बावजूद आटो रिक्शा सरपट दौड़ते रहे। हालांकि पुलिस ने आटो रिक्शा को जब्त किया और कईयों को चेतावनी देकर छोड़ दिया। निजी वाहन लेकर लोग सड़कों पर आते-जाते रहें। जिला प्रशासन द्वारा लगाई गई धारा-144 का भी कई जगहों पर उल्लंघन हुआ। लोग ग्रुप बनाकर जगह-जगह गपशप भी कर रहे थे, जिनका यह रवैया गैर जिम्मेदाराना ही कहा जाएगा। लोगों की यह लापरवाही बाहरी पड़ सकती है क्योंकि शहर की एक महिला कोरोना पॉजिटिव मिल चुकी है। यह बाजार रहे पूर्ण रूप से बंद
- किला रोड मार्केट
- रेलवे रोड मार्केट
- बड़ा बाजार
- डी-पार्क व माडल टाउन
- हुडा कांप्लेक्स मार्केट
- सिविल रोड व सरकुलर रोड मेडिकल स्टोर व किरयाणा स्टोर खुले
मेडिकल मोड़ के अलावा शहर में विभिन्न स्थानों पर मेडिकल स्टोर, किरयाणा स्टोर व बेकरी खुली गई थी। इसके अलावा शॉपिग मॉल में भी खाद्य पदार्थों की दुकानों खुली हुई थी। लोगों की भीड़ भी इन्हीं दुकानों पर सुबह से लेकर रात तक लगी रही। मेडिकल स्टोर संचालक राजीव ने बताया कि कुछ लोग ज्यादा चितित हैं, वे बिना किसी जरूरत के भी सामान्य बीमारियों की दवा खरीदने पहुंच रहे हैं। लेकिन उनको समझाया जाता रहा है कि केवल जरूरत की ही दवा खरीदें। मास्क व सैनिटाइजर की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। शहर के कई मेडिकल स्टोर पर तो मॉस्क का स्टॉक खत्म हो चुका है।
नई सब्जी मंडी में उमड़े ग्राहक
नई सब्जी मंडी में सुबह ही ग्राहक पहुंचना शुरू हो गए थे। देर शाम तक मंडी में ग्राहक सब्जी व फल खरीदने के लिए आ रहे थे। लोगों की भीड़ ज्यादा थी और वहां सैनिटाइज के इंतजाम भी नहीं थे। वहां पर देखा गया है कि न तो सब्जी विक्रेता और न ही ग्राहक मास्क लगाए हुए थे। मॉस्क लगाने वालों की संख्या बहुत कम थी। मंडी बोर्ड की तरफ से भी कोई निगरानी नहीं रखी जा रही थी।
पुलिस ने सख्ताई दिखाई तो बंद की दुकानें
शहर में कई स्थानों पर आवश्यक वस्तुओं की दुकानों के अलावा भी कुछ प्रतिष्ठान खुले हुए थे। पुलिस ने गश्त की तो उनको बंद कराया गया। इस दौरान कई लोगों को पुलिस ने सख्ताई दिखाते हुए फटकार लगाकर कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी। मोखरा के समीप एक फैक्टरी को प्रशासन ने गुप्ता सूचना के आधार पर बंद कराया। लेकिन इसके बावजूद विजय नगर में एक नटबोल्ट की फैक्टरी में बाहर गेट पर ताला लगाकर अंदर श्रमिकों से काम कराया जा रहा था। इसकी सूचना प्रशासन को भी दी गई, लेकिन वहां काम चलता रहा। इस तरह अन्य स्थानों पर भी कई फैक्ट्रियों में काम चल रहा था। नहीं चली रोडवेज की एक भी बस
लॉक डाउन के चलते रोडवेज डिपो से एक भी बस रवाना नहीं की गई। बस स्टैंड पर इतने यात्री ही नहीं पहुंचे, जिसके आधार पर बसों को किसी रूट के लिए रवाना किया जाता। लोगों का ज्यादा आवाजाही निजी वाहनों से ही हो रही थी। पब्लिक ट्रांसपोर्ट शहर के अलावा अन्य स्थानों पर चलने की सूचना नहीं है। वर्जन
आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर जिला पूरी तरह से लॉकडाउन रहा है। जहां से भी प्रतिष्ठान खुलने की सूचना मिल रही है, वहां टीमें भेजकर कानूनी कार्रवाई करवाई जा रही है। प्रशासन के साथ-साथ नागरिकों की भी नैतिक जिम्मेदारी बनती हैं कि वे भी लॉकडाउन में सहयोग करें। व्यापारिक संगठनों का इसमें पर्याप्त समर्थन मिल रहा है। आम नागरिकों से भी अपील है कि वे इमरजेंसी में ही बाहर निकलें, अन्यथा अपने घरों में रहें। आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी नहीं होने देंगे, इसको लेकर टीमें निगरानी रखे हुए हैं।
आरएस वर्मा, जिला उपायुक्त, रोहतक।