पीएलसी सुपवा में 31 तक क्लास सस्पेंड, बायोमेट्रिक हाजिरी भी बंद
नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) के चलते पंडित लख्मीचंद यूनिवर्सिटी
जागरण संवाददाता, रोहतक : नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) के चलते पंडित लख्मीचंद यूनिवर्सिटी ऑफ परफोर्मिग एंड विजुअल आर्ट (पीएलसी सुपवा) में 31 मार्च तक क्लास सस्पेंड की गई हैं। प्राध्यापकों की लगने वाली बायोमेट्रिक हाजिरी पर भी रोक लगा दी गई है। कुलसचिव प्रो. भारती शर्मा ने उच्च शिक्षा विभाग की ओर से जारी किए नोटिफिकेशन के बाद वायरस के फैलने से रोकने के लिए यह फैसला लिया।
विश्वविद्यालय में 16 से 31 मार्च तक क्लास नहीं लगेंगी। वहीं प्राध्यापक वर्किंग हावर्स में विश्वविद्यालय में मौजूद रहेंगे। इस दौरान विद्यार्थी पाठ्यक्रम से संबंधित समस्याओं के लिए प्राध्यापकों से संपर्क कर सकते हैं। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) की तर्ज पर पीएलसी सुपवा के प्राध्यापक व विद्यार्थी इंटरनेट आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए जुड़े रहेंगे। प्रत्येक विभाग के प्राध्यापकों को वाट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ग्रुप बनाने के लिए निर्देश दिए गए हैं। विवि प्रबंधन की ओर से प्राध्यापकों को विद्यार्थियों के कान्टेक्ट नंबर की सूची दी गई है।
विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसलिए स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्स के स्टडी मैटेरियल को विवि की वेबसाइट पर उपलब्ध कराया जाएगा। कुलसचिव ने कहा कि ई-संसाधनों पर पीडीएफ, पीपीटी और वीडियो लेक्चर के जरिए विद्यार्थियों के सिलेबस को कराया जाएगा। उन्होंने विद्यार्थियों व प्राध्यापकों को वायरस से बचाव के लिए स्वच्छता बनाए रखने की अपील की। एक-दूसरे से मिलते समय जरूरी दूरी बनाने व खानपान से संबंधित सलाह दी। बता दें कि कोविड-19 के चलते जिला प्रशासन की ओर से पहले ही 31 मार्च तक शिक्षण संस्थाओं को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। प्रत्येक विभाग में रखवाए गए सेनिटाइजर
पीएलसी सुपवा में वायरस के न फैलने के इंतजाम किए जा रहे हैं। सभी विभागों में हैंड सेनिटाइजर रखवाए गए हैं। प्राध्यापकों के साथ ही कर्मचारियों को नियमित अंतराल पर हाथ धोने की अपील की गई है। वर्जन
कोविड-19 के चलते एहतियातन यह कदम उठाया गया है। उच्च शिक्षा विभाग की ओर इस संबंध में निर्देश जारी हुए हैं। क्लास सस्पेंड होने के चलते विद्यार्थियों को पढ़ाई में ज्यादा दिक्कत न हो इसके लिए ई-संसाधनों पर स्टडी मैटेरियल उपलब्ध कराया जाएगा।
-प्रो. भारती शर्मा, कुलसचिव, पीएलसी सुपवा।