पहली बार हरियाणा को जूनियर नेशनल कबड्डी की मेजबानी, भव्य होगा आयोजन : दलाल
जागरण संवाददाता रोहतक हरियाणा को पहली बार जूनियर नेशनल कबड्डी प्रतियोगिता की मेज
जागरण संवाददाता, रोहतक :
हरियाणा को पहली बार जूनियर नेशनल कबड्डी प्रतियोगिता की मेजबानी मिली है। इससे पहले कुरुक्षेत्र में सीनियर नेशनल कबड्डी आयोजित हो चुकी है। प्रदेश के लिए यह गर्व की बात है कि पूरे देश के महिला व पुरुष खिलाड़ी रोहतक में जुट रहे हैं। आयोजन भव्य होगा, जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। देश के राज्यों से टीमें पहुंचना शुरू हो गई है। यह बात हरियाणा एमेच्योर कबड्डी फैडरेशन के महासचिव कुलदीप दलाल ने कही। वे मंगलवार को एमडीयू के खेल विभाग में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।उन्होंने कहा कि 13 फरवरी को प्रतियोगिता के शुभारंभ पर गृहमंत्री अनिल विज व खेल मंत्री संदीप सिंह आएंगे। 16 फरवरी को समापन पर प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल विजेता टीमों को पुरस्कार देकर सम्मानित करेंगे। अंतरराष्ट्रीय कबड्डी फैडरेशन के अध्यक्ष जनार्दन गहलोत भी विशेष अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे। उन्होंने बताया कि कबड्डी में हरियाणा से द्रोणाचार्य, पदमश्री व अर्जुन अवार्ड प्राप्त करने वालों को प्रतियोगिता के दौरान आमंत्रित किया गया है। उनको विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा। प्रो-कबड्डी के स्टार खिलाड़ी भी जूनियर खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने के लिए मौजूद रहेंगे। दलाल ने बताया कि एक हजार से अधिक महिला व पुरूष खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे। उन्होंने बताया कि महिला व पुरूष खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। महिला खिलाड़ियों को विश्वविद्यालय के गर्ल्स हास्टल और पुरूष खिलाड़ियों को ब्वायज हास्टल में ठहराया जाएगा। खिलाड़ियों को रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड से लाने व ले जाने के लिए वाहनों की व्यवस्था की गई है। उन्होंने प्रतियोगिता में विशेष सहयोग के लिए जिला उपायुक्त आरएस वर्मा और एमडीयू के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह व खेल निदेशक डा. देवेंद्र सिंह ढुल का भी विशेष आभार प्रकट किया है। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष अनिल कुमार, कोच बलवान सिंह दहिया, नरेश हुड्डा, नवीन कुमार मौजूद थे। एमडीयू के लिए गर्व की बात : ढुल
एमडीयू के खेल निदेशक डा. देवेंद्र सिंह ढुल ने बताया कि कबड्डी का नेशनल विश्वविद्यालय के प्रांगण में हो रहा है, यह हमारे के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि इससे युवाओं का खेल के प्रति रूझान बढ़ेगा और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलेगा। एमडीयू अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय में पिछले एक दशक से चैंपियन बनता आ रहा है। एमडीयू कबड्डी खिलाड़ियों का हब बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता के बेहतर आयोजन को लेकर हरसंभव प्रयास किया जाएगा।