पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति घोटाले के आरोपितों का रिमांड पूरा, न्यायिक हिरासत में भेजे
- रोहतक सोनीपत और झज्जर समेत कई जिलों में छात्रवृति घोटाले का मामला - रोहतक विजिलेंस की टीम ने रिटायर्ड डिप्टी डायरेक्टर और क्लर्क को ले रखा है रिमांड पर जागरण संवाददाता रोहतक पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति घोटाले के मामले में रिटायर्ड डिप्टी डायरेक्टर और लेखाकार कम लिपिक का रिमांड पूरा होने पर बुधवार को कोर्ट में पेश किया। रिमांड अवधि के दौरान आरोपितों को विभाग के डायरेक्टर के सामने भी ले जाया गया जिससे मामले में और अधिक जानकारी मिल सके। जिन्हें वहां से न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
जागरण संवाददाता, रोहतक : पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में रिटायर्ड डिप्टी डायरेक्टर और लेखाकार कम लिपिक का रिमांड पूरा होने पर बुधवार को कोर्ट में पेश किया। रिमांड अवधि के दौरान आरोपितों को विभाग के डायरेक्टर के सामने भी ले जाया गया, ताकि मामले में और अधिक जानकारी मिल सके। जिन्हें वहां से न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
बता दें, कि प्रदेश में कुछ माह पहले पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति घोटाले का मामला पकड़ा गया था। इस मामले में विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से छात्रों के आधार नंबर बदले जाते थे और फिर छात्रवृत्ति की रकम दूसरे खातों में ट्रांसफर की जाती थी। मामले की जांच पड़ताल के बाद विजिलेंस ने रोहतक थाने में अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के डिप्टी डायरेक्टर अनिल कुमार, रिटायर्ड डिप्टी डायरेक्टर आरएस सांगवान, रिटायर्ड जिला कल्याण अधिकारी रोहतक बलवान सिंह, सहायक जितेंद्र सिंह, सहायक बिलेंद्र सिंह, डाटा एंट्री आपरेटर कुलजीत सिंह, जिला कल्याण अधिकारी सोनीपत सुशील कुमार, कार्यवाहक जिला कल्याण अधिकारी सोनीपत रेणू सिसोदिया, लेखाकार कम लिपिक कार्यालय जिला कल्याण अधिकारी सोनीपत सुरेंद्र कुमार समेत 14 लोगों खिलाफ मामला दर्ज किया था। इस मामले में डिप्टी डायरेक्टर आरएस सांगवान और सुरेंद्र कुमार को विजिलेंस की टीम ने कई दिन पहले गिरफ्तार कर लिया था। पहले आरोपितों का चार दिन का रिमांड लिया गया। इसके बाद दो दिन की अवधि और बढ़ाई गई थी। बुधवार को रिमांड खत्म होने के बाद आरोपितों को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।