Move to Jagran APP

गोकर्ण सरोवर में मिट्टी की प्रतिमाएं घुलीं, पीओपी की प्रतिमाओं के नौ ट्रॉली भरकर निकले अवशेष

जागरण संवाददाता रोहतक गणेश विसर्जन के बाद शुक्रवार को गोकर्ण सरोवर की सफाई का क

By JagranEdited By: Published: Sat, 14 Sep 2019 01:47 AM (IST)Updated: Sat, 14 Sep 2019 06:37 AM (IST)
गोकर्ण सरोवर में मिट्टी की प्रतिमाएं घुलीं, पीओपी की प्रतिमाओं के नौ ट्रॉली भरकर निकले अवशेष
गोकर्ण सरोवर में मिट्टी की प्रतिमाएं घुलीं, पीओपी की प्रतिमाओं के नौ ट्रॉली भरकर निकले अवशेष

जागरण संवाददाता, रोहतक : गणेश विसर्जन के बाद शुक्रवार को गोकर्ण सरोवर की सफाई का कार्य हुआ। सरोवर की सफाई के लिए नगर निगम और प्रशासन ने बेहतर इंतजाम किए। खास बात यह रही कि सरोवर की सफाई के लिए चार-पांच पंप सेट लगाए गए थे। पहले सरोवर से पानी निकाला गया। बाद में सफाई अभियान चलाया गया। मिट्टी की प्रतिमाएं जल में ही घुल गईं, जबकि पीओपी(प्लास्टर आफ पेरिस) की प्रतिमाओं के नौ ट्रॉली अवशेष निकाले गए।

loksabha election banner

यहां बता दें कि बृहस्पतिवार को गणेश विसर्जन की धूप शहरभर में रही थी। गोकर्ण सरोवर पर भी प्रतिमाओं के विसर्जन के विशेष इंतजाम किए गए थे। बृहस्पतिवार को देर रात तक करीब दो हजार प्रतिमाओं का विसर्जन हुआ था। बताया गया है कि इन प्रतिमाओं में बड़े पैमाने पर पीओपी की प्रतिमाएं थीं, जोकि गल नहीं सकती हैं। इसलिए इन प्रतिमाओं को ट्रॉलियों में ले जाया गया। बाद में इन्हें समाधि दी गई। नौ ट्रॉली, 50 मजदूर और एक जेसीबी लगाई गई

बाबा लक्ष्मणपुरी डेरे के महामंडलेश्वर बाबा कपिलपुरी ने बताया है कि सरोवर की सफाई के लिए नगर निगम प्रशासन की तरफ से नौ ट्रॉली, एक जेसीबी और 40-50 मजदूर लगाए गए थे। इनका यह भी कहना है कि सुबह से सफाई अभियान चलाया गया। सरोवर से पानी की निकासी के बाद ही सफाई अभियान शुरू कराया। इनका कहना है कि जो भी अवशेष हैं, उन्हें गड्ढे खोदकर समाधि दिलाई दी गई। इनका कहना है कि सफाई अभियान प्रशासन और नगर निगम की तरफ से ही कराया गया। -------------------

हमारा सभी को यही संदेश है कि प्रकृति को नुकसान न पहुंचाएं। पर्यावरण संरक्षण के प्रति समाज को सजग रहना चाहिए।

बाबा लक्ष्मणपुरी डेरे के महामंडलेश्वर बाबा कपिलपुरी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.