महम चबूतरे का किराया वसूलने का खाप पंचायत ने किया विरोध
महम छह सितंबर को नगर पालिका की बैठक में सर्वसम्मती से फैसला लिया गया कि ज
संवाद सहयोगी, महम : छह सितंबर को नगर पालिका की बैठक में सर्वसम्मती से फैसला लिया गया कि जो व्यक्ति ऐतिहासिक चौबीसी चबूतरे पर जो भी कार्यक्रम करेगा, उसको 11 हजार रुपये देने होंगे। इस फैसले का विरोध करते हुए खाप पंचायत प्रधान तुलसी ग्रेवाल ने कहा कि ऐतिहासिक चबूतरा सर्वखाप पंचायतों की धरोहर है। नगर पालिका को इसकी देखरेख की जिम्मेदारी दी गई है। वह इसके मालिक बनने के सपने न देखे। उन्होंने कहा नगर पालिका इससे एक भी रुपया वसूल करने का काम करेगी, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। जहां पर ग्रामीण आंचल के लोग दुख-सुख में बैठकर बात करते थे। यह एक-दूसरे के सामने आई समस्या के समाधान करने की जगह है। इस चबूतरे को अगर किराए का साधन बनाया जाता है। तो जनता कभी माफ नहीं करेगी। इसके विरोध में जनता न्यायालय का दरवाजा खटखटाकर न्याय की मांग करेगी। वहीं दूसरी ओर बदरी प्रसाद काला ने बताया कि सामुदायिक केंद्र लोगों की सुविधा के लिए बनाया गया था। जिसका प्रयोग जरूरतमंद व्यक्ति शादी व अन्य आयोजन में कर सके, लेकिन इसे भी नगर पालिका अपने चहेतों के हाथों में देना चाहती है। इस बारे में नगरपालिका प्रधान फतेह सिंह पंवार ने बताया कि खाप पंचायतों को किराए से बाहर रखा गया है। किसी भी पंचायती आयोजन की फीस नहीं ली जाएगी।