कल रोहतक में होंगे PM मोदी, मेगा फूड पार्क का करेंगे शिलान्यास, पांच हजार किसान होंगे लाभान्वित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आठ सितंबर को औद्योगिक मॉडल टाउनशिप (आइएमटी) फेज-3 में हैफेड द्वारा स्थापित किए जा रहे मेगा फूड पार्क का शिलान्यास करेंगे।
जेएनएन, रोहतक। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आठ सितंबर को औद्योगिक मॉडल टाउनशिप (आइएमटी) फेज-3 में हैफेड द्वारा स्थापित किए जा रहे मेगा फूड पार्क का शिलान्यास करेंगे। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय ने रोहतक में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त मेगा फूड पार्क को स्वीकृति दी है। सीवरेज, पेयजल आपूर्ति व सड़कों का निर्माण हो चुका है, जबकि अभी मेगा फूड पार्क को लेकर निर्माण कार्य चल रहे हैं। 250-300 करोड़ रुपये तक का निवेश हो सकेगा।
सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर को इस योजना को लाने का श्रेय जाता है। मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने भी योजना को लेकर कह चुके हैं कि मेगा फूड पार्क परियोजना प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के विकास को गति देने का एक प्रयास है। मेगा फूड पार्क योजना (एमएफपीएस) का प्राथमिक उद्देश्य खेत से बाजार तक मूल्य श्रृंखला के साथ खाद्य प्रसंस्करण के लिए आधुनिक ढांचागत सुविधाएं मुहैया करवाना है।
इस परियोजना से 6500 लोगों के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने और लगभग 5000 किसानों के लाभान्वित होने की संभावना है। इसकी कुल परियोजना लागत 179.75 करोड़ रुपये है, जिसमें से केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्वारा 50 करोड़ रुपये का सहायतानुदान उपलब्ध करवाया जाएगा।
यहां आ सकेंगी 80 इकाइयां, दो तरह से यहां मिलेंगे प्लाट
मेगा फूड पार्क दिल्ली को रोहतक से जोडऩे वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-10 पर स्थित आइएमटी रोहतक में 50 एकड़ क्षेत्र में बनाया जा रहा है जिसमें 450 से 4050 वर्ग मीटर तक के आकार के 80 प्लॉट हैं। इस मेगा फूड पार्क में निवेशकों द्वारा मल्टी क्रॉप प्रोसेसिंग लाइन (फल और सब्जियां) से संबंधित इकाइयां, रेडी टू ईट फूड, मसालों का प्रसंस्करण और पैकेजिंग, ऑयल एक्सट्रैक्शन, कैनिंग, बेकरी, इंटीग्रेटेड मिल्क प्रोसेसिंग, टेट्रा पैकेजिंग यूनिट, पशु चारा निर्माण इकाइयां आदि लगाई जा सकती हैं। यहां प्लाट अलाटमेंट के अलावा लीज पर भी दिए जाएंगे। कोल्ड स्टोरेज, वेयरहाउस, साइलो, बॉयलर आदि जैसी अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने की प्रक्रिया हैफेड द्वारा शुरू की गई है। इस परियोजना के भाग के रूप में यमुनानगर, सोनीपत और सिरसा में तीन प्राथमिक प्रसंस्करण केंद्र (पीपीसी) भी स्थापित होंगे।
किसान सीधे कंपनियों को बेच सकेंगे माल
फूड पार्क के प्राथमिक प्रसंस्करण केंद्र बनने से किसानों से जो फूड प्रोसेङ्क्षसग के कारोबार से जुड़े व्यापारियों को सीधे तौर से फायदा होगा। युवाओं को रोजगार मिलेगा। फूड इंडस्ट्री से जुड़े कोर्स करने वाले विद्यार्थियों के लिए रोजगार के द्वार खुल सकेंगे। बागवानी और कृषि से जुड़े किसानों को माल बेचना आसान हो जाएगा। अभी निर्माण कार्य चल रहे हैं। हरियाणा राज्य औद्योगिक आधारभूत संरचना विकास निगम (एचएसआइआइडीसी) के संपदा प्रबंधक कुलदीप कादियान का कहना हैै कि अगले एक साल के अंदर कोशिश है कि सभी निर्माण कार्य पूरे करा लिए जाएं। यहां अलाटमेंट के अलावा लीज पर भी प्लाट दिए जाएंगे।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें