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सनसिटी पर मनमानी के आरोप, सेक्टर वाले जमा नहीं कराएंगे रकम, आज कंज्यूमर कोर्ट में जाएंगे प्लॉट मालिक

जागरण संवाददाता रोहतक सनसिटी सेक्टर-34 के प्लॉट मालिकों ने मोर्चा खोल दिया है। सनसिटी

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Jul 2019 01:50 AM (IST)Updated: Mon, 15 Jul 2019 01:50 AM (IST)
सनसिटी पर मनमानी के आरोप, सेक्टर वाले जमा नहीं कराएंगे रकम, आज कंज्यूमर कोर्ट में जाएंगे प्लॉट मालिक
सनसिटी पर मनमानी के आरोप, सेक्टर वाले जमा नहीं कराएंगे रकम, आज कंज्यूमर कोर्ट में जाएंगे प्लॉट मालिक

जागरण संवाददाता, रोहतक : सनसिटी सेक्टर-34 के प्लॉट मालिकों ने मोर्चा खोल दिया है। सनसिटी प्रशासन के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। पानी के बिलों के दाम 12 रुपये प्रति यूनिट और मेंटीनेंस चार्ज डेढ़ से ढाई रुपये प्रति गज किए जाने का विरोध जताया। बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। सेक्टर वालों ने सबसे अहम फैसला लिया कि सनसिटी प्रशासन की मनमानी थम नहीं रही है। व्यवस्थाएं यहां दुरूस्त नहीं। इसलिए फैसला लिया गया है कि सोमवार को ज्यादातर प्लॉट मालिक कंज्यूमर कोर्ट की शरण लेंगे। यह भी फैसला हुआ है कि जब तक राहत नहीं मिलेगी तब तक कोई भी सेक्टर वाले पानी व मेंटीनेंस चार्ज की रकम जमा नहीं कराएंगे।

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रविवार को सनसिटी के सेंट्रल पार्क में बैठक हुई। सेक्टर के प्रधान रमेश अहलावत ने रोष जताते हुए कहा कि लोगों की समस्याएं लगातार बढ़ रही हैं। कुछ घरों के पानी के कनेक्शन भी काट दिए हैं। सड़कों की कनेक्टविटी नहीं मिली रही है। मेंटीनेंस के नाम पर लगातार चार्ज बढ़ाए जा रहे हैं। तत्काल ही बढ़ाए गए दाम वापस करने की मांग की गई। सेक्टर के रहने वाले प्रदीप कुमार ने रोष जताते हुए कहा कि हम सभी सेक्टर वाले ढाई नहीं पांच रुपये प्रति गज के हिसाब से मेंटीनेंस चार्ज देने को तैयार हैं, लेकिन कंपनी हमें धरातल पर सही कार्य करके दिखाए। खर्चा क्या हो रहा। धरातल पर काम गुणवत्ता के साथ नहीं हो रहे हैं। साक्ष्य भी इकट्ठे किए गए हैं। साथ ही चेतावनी दी है कि तत्काल ही बढ़ोत्तरी वाले दाम वापस नहीं लिए गए तो आंदोलन को विवश होंगे। इस दौरान एडवोकेट संतराम कालीरमण, अनिल नांदल, सतीश शर्मा, सोमबीर सिंह, प्रदीप देशवाल, आनंद देशवाल, प्रदीप कौशिक, बजरंग कौशिक, राम सिंह हुड्डा, एके हुड्डा आदि मौजूद रहे। 13 साल बाद भी सनसिटी में नहीं हो सके विकास कार्य पूरे

सेक्टर के प्रधान रमेश अहलावत व प्रदीप कुमार ने दावा किया है कि साल 2006 में कंपनी को लाइसेंस मिला था। 13 साल बाद भी सेक्टर में विकास कार्य पूरे नहीं हो सके। सड़कों के निर्माण कार्य अधूरे पड़े हैं। सीवरेज व दूसरे विकास कार्य भी बेहतर नहीं है। इनका यह भी दावा है कि कंपनी के उच्चाधिकारियों से कई बार संपर्क किया। लेकिन वह वार्ता को कभी आते नहीं। गुरुग्राम स्थित मुख्यालय पर पत्र भेजे गए। फिर भी कोई जवाब नहीं मिलता है। आज पुलिस केस नहीं तो करेंगे प्रदर्शन

अर्बन एस्टेट थाने में शनिवार को स्थानीय लोगों ने शिकायत की थी। हालांकि रविवार तक केस दर्ज नहीं हो सका। खास बात यह है कि सनसिटी प्रबंधन और सनसिटी प्लॉट मालिकों ने भी इस इस प्रकरण में अर्बन एस्टेट थाने में शिकायत देने का दावा किया है। प्लॉट मालिकों ने चेतावनी दी है कि सनसिटी प्रशासन के खिलाफ केस दर्ज नहीं हुआ तो सोमवार को इसी प्रकरण में केस कराएंगे। कार्रवाई न होने पर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी गई है। सहकारिता मंत्री ग्रोवर से लगाई गुहार

सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर के संज्ञान में भी मामला लाया गया। सनसिटी के प्लॉट मालिकों का एक प्रतिनिधि मंडल रविवार को सहकारिता मंत्री से मिला। इस दौरान सेक्टर वालों ने गुहार लगाई कि सनसिटी प्रबंधन की मनमानी लगातार बढ़ रही हैं। पानी के कनेक्शन काट दिए गए हैं। विरोध करने पर लगातार धमकियां दी जाती हैं। इसलिए प्रशासन पर आरोप लगाए हैं कि तत्काल ही कार्रवाई नहीं होती है तो सड़कों पर आकर विरोध प्रदर्शन करने को विवश होंगे। वर्जन

जो भी प्लॉट मालिक आरोप लगा रहे हैं, वह गलत हैं। जब बिल जमा नहीं कराएंगे तो कनेक्शन तो काटे ही जाएंगे। हमने पुलिस को शिकायत दी है। सनसिटी में कोई अव्यवस्था नहीं हैं। मैं खुद भी यहां रहता हूं।

मनोज कुमार, मैनेजर, सनसिटी सेक्टर-34

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हमारे पास सिर्फ सनसिटी मैनेजर की तरफ से एक शिकायत आई थी। जिसमें पानी के बिलों को लेकर विवाद का जिक्र है। पहले भी कुछ घरों के कनेक्शन काटे गए थे। प्लॉट मालिकों की तरफ से हमारे पास कोई शिकायत नहीं आई है।

नीरज, एसएचओ, अर्बन एस्टेट थाना


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