Move to Jagran APP

एसआइएमएच की धरनारत छात्राओं ने लगाया अधिकारियों पर आरोपित का बचाव करने का आरोप

जागरण संवाददाता रोहतक हेल्थ यूनिवर्सिटी के स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल साइंस की छा˜

By JagranEdited By: Published: Mon, 08 Jul 2019 08:16 PM (IST)Updated: Tue, 09 Jul 2019 06:30 AM (IST)
एसआइएमएच की धरनारत छात्राओं ने लगाया अधिकारियों पर आरोपित का बचाव करने का आरोप
एसआइएमएच की धरनारत छात्राओं ने लगाया अधिकारियों पर आरोपित का बचाव करने का आरोप

जागरण संवाददाता, रोहतक : हेल्थ यूनिवर्सिटी के स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल साइंस की छात्राओं का धरना तीसरे दिन भी जारी रही। सोमवार को भी धरनारत आठों छात्राओं ने श्याम पार्क में बैठकर अधिकारियों की कार्यशैली पर रोष जताया। सोमवार को संस्थान के निदेशक डा. राजीव गुप्ता ने छात्राओं से बातचीत कर समझाने का प्रयास किया, लेकिन छात्राएं आरोपित चिकित्सक को सस्पेंड कराने समेत अन्य मांगों को पूरा करने पर अड़ी रहीं। इसके बाद छात्राओं ने वीसी से भी मुलाकात की, लेकिन समस्या का कोई भी समाधान नहीं निकल सका।

loksabha election banner

पिछले सप्ताह एसआइएमएच की छात्राओं ने विभाग के ही एक चिकित्सक पर शोषण करने का आरोप लगाया था। तीन दिन पहले आरोपित चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई न होने से नाराज आठ छात्राएं धरने पर बैठ गई थी। छात्राओं की मांग है कि आरोपित चिकित्सक को सस्पेंड करने समेत स्टाइपेंड और अन्य मांगों को पूरा किया जाए। सोमवार को भी छात्राओं की मांगों को पूरा नहीं किया जा सका, जिसके चलते उनकी हड़ताल अभी भी जारी है। धरनारत छात्राओं ने बताया कि सोमवार को निदेशक डा. राजीव गुप्ता ने छात्राओं से बात की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिल सकी। इसके बाद छात्राओं ने वीसी डा. ओपी कालरा से मुलाकात की। छात्राओं का आरोप है कि वीसी समेत अन्य अधिकारियों ने भी आरोपित चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई से इनकार कर दिया। साथ ही कार्रवाई की मांग पर अड़े रहने की दशा में उनके थीसिस को पास न करने की भी बात कही। बताया जा रहा है कि थीसिस पर असिस्टेंट प्रोफेसर के हस्ताक्षर होने अति आवश्यक हैं, लेकिन आरोपित चिकित्सक के बाद थीसिस पर हस्ताक्षर करने के लिए कोई असिस्टेंट प्रोफेसर नहीं है। ऐसे में छात्राओं की थीसिस अटक सकती हैं। धरनारत छात्राओं का कहना है कि अफसर जानबूझकर धरना समाप्त कराने के लिए और आरोपित को बचाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। जब तक मांगें पूरी नहीं की जाती हैं तब तक उनका धरना जारी रहेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.