छात्राओं ने शुरू की अनिश्चितकालीन हड़ताल
जागरण संवाददाता रोहतक स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ साइंस विभाग के चिकित्सक पर
जागरण संवाददाता, रोहतक : स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ साइंस विभाग के चिकित्सक पर अभद्रता का आरोप लगाने वाली छात्राएं शनिवार को हड़ताल पर बैठ गई। वहीं दूसरी ओर छात्राओं को वापस कक्षाओं में बुलाने के लिए हेल्थ यूनिवर्सिटी के वीसी के आदेश पर एसआइएमएच के निदेशक ने छात्राओं को अपील भेजी है। हालांकि छात्राओं ने मांगें पूरी न होने तक हड़ताल खत्म करने से इनकार कर दिया है। जिसके चलते विवि और संस्थान के अधिकारियों की टीम छात्राओं को समझाने की कोशिश में जुटी हुई है। वहीं, वीसी ने मामले में डीन डा. सरिता मग्गू के निर्देशन में कमेटी का गठन कर दिया है।
पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ साइंस की छात्राओं ने विभाग के ही एक चिकित्सक पर परेशान करने का आरोप लगाया था। छात्राओं ने हंगामा करते हुए आरोपित के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। जिसके बाद विवि प्रबंधन ने आरोपित चिकित्सक को छुट्टी पर भेजते हुए जांच पूरी होने तक बिना अनुमति शहर न छोड़ने के आदेश दिए थे। इसके बाद भी शनिवार को छात्राओं ने हड़ताल शुरू कर दी। ऑडिटोरियम के बाहर बने पार्क में टेंट लगाकर छात्राएं धरने पर बैठ गई। दोपहर में वीसी डा. ओपी ने एसआइएमएच के निदेशक डा. राजीव गुप्ता को बुलाकर छात्राओं की समस्या हल करने के आदेश दिए। जिसके बाद डा. राजीव ने छात्राओं को एक अपील पत्र जारी किया कि वह कक्षाओं में वापस लौट जाएं। लेकिन छात्राओं ने मांगें पूरी न होने तक वापस लौटने से इन्कार कर दिया। छात्राओं ने मांग की कि आरोपित चिकित्सक को न केवल सस्पेंड किया जाए, बल्कि छात्राओं की कक्षाओं से भी हस्तक्षेप को खत्म किया जाए। इसके अलावा तीन अन्य मांगों को पूरा करने के लिए छात्राओं ने आवाज उठाई। डीन डा. सरिता के निर्देशन में टीम गठित
प्रकरण की जांच के लिए विवि प्रबंधन ने टीम का गठन किया तो छात्राओं ने मांग की कि आंतरिक कमेटी के बजाए बाह्य कमेटी से प्रकरण की जांच कराई जाए। जिसके बाद डीन डा. सरिता मग्गू के निर्देशन में टीम का गठन किया गया है। हालांकि इससे पहले पीडियाट्रिक विभाग के एक चिकित्सक द्वारा आत्महत्या करने के बाद हुए बवाल को देखते हुए आरोपित डा. गीता गठवाला को आनन फानन में सस्पेंड कर दिया गया था, लेकिन अब विवि प्रबंधन पहले जांच की बात कर रहा है। जबकि छात्राएं पहले सस्पेंड कराने की मांग पर अड़ी हुई हैं। -----------------
हड़ताल पर बैठी छात्राओं से वापस लौटने की अपील की गई है। छात्राओं की मांगों पर विचार किया जा रहा है। फिलहाल प्रकरण की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
--- डा. वरुण अरोड़ा, पीआरओ, पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय