किसान केंद्रित होगा स्वराज इंडिया का अभियान
स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा कि खजारा भरने के लिए सरकार ग्रामीणों की इच्छा के विरुद्ध गांवों के शराब के ठेके खोल रही है। हम ग्रामीणों की इच्छा के विरुद्ध शराब के ठेके नहीं खुलने देंगे।
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बातचीत:
-ग्रामीणों की इच्छा के विरुद्ध नहीं खुलने देंगे शराब के ठेके: योगेंद्र यादव
-स्वराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जागरण से बातचीत में स्पष्ट किया चुनावी एजेंडा जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा कि खजाना भरने के लिए सरकार ग्रामीणों की इच्छा के विरुद्ध गांवों के शराब के ठेके खोल रही है। हम ग्रामीणों की इच्छा के विरुद्ध शराब के ठेके नहीं खुलने देंगे। इसे लेकर पूरे प्रदेश में संघर्ष करेंगे। हमारा चुनाव अभियान जातिवाद से अलग हटकर एक ओर जहां किसान केंद्रित होगा। वहीं दूसरी ओर हम गांवों में थोक के भाव खुले शराब ठेकों के विरुद्ध ताल ठोंककर खड़े होंगे।
राजस्थान की सीमा पर रेवाड़ी जिले के अंतिम छोर पर स्थित गांव गढ़ी में शराब के ठेके को ताला जड़ने के बाद योगेंद्र यादव ने शुक्रवार को दैनिक जागरण से बातचीत की और अपनी पार्टी का एजेंडा सामने रखा। उन्होंने कहा कि स्वराज इंडिया पार्टी बेशक नई है, लेकिन वैचारिक धरातल पर हम बहुत मजबूत है। हमारे राष्ट्रव्यापी अभियान के बाद सभी पार्टियों ने किसानों की बात करनी शुरू की है। भाजपा सरकार ने भी किसानों के हित में कुछ फैसले किए हैं, लेकिन अन्नदाता के लिए यह ऊंट के मुंह में जीरे की तरह है। असलियत यह है कि किसानों को दोगुना भाव देने का दावा करने वाले उनकी फसल का उत्पादन लागत से दोगुना दाम भी देने के लिए तैयार नहीं है। हरियाणा में जहां किसानों की फसल खरीदी गई है, वहां पर भी ऐसी शर्तें थोपी गई, जिनसे किसानों को परेशान होना पड़ा।
उन्होंने कहा कि शराब के मामले में जिन ग्राम पंचायतों ने राज्य सरकार की दी गई समय सीमा से पहले ठेका न खोलने का प्रस्ताव पारित करके सौंप दिया था, वहां पर भी ठेके खोले जा रहे हैं। यह तर्क दिया जा रहा है कि ठेका नहीं होगा तो इन गांवों में अवैध शराब बिकेगी। यह जिम्मेदारी से भागने वाली बात है। आखिर शासन की जवाबदेही क्या है?
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला समय एवं परिस्थितियों को देखकर लिया गया था, परंतु विधानसभा चुनावों में स्वराज इंडिया पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पार्टी ने संगठन स्तर पर काफी काम किया है। हम शहरों में भी संगठन को सशक्त बनाने के लिए कार्ययोजना तय कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस समय प्रदेश में जाट-गैर जाट के नाम पर जातिवाद का जहर घोला हुआ है। यह सामाजिक समरसता के लिए बहुत घातक है। भाईचारे को बिगाड़कर कोई इसका तात्कालिक लाभ भले ही ले सकता है, लेकिन इसके दूरगामी परिणाम पूरे समाज के लिए घातक सिद्ध होंगे। स्वराज इंडिया इन घावों पर समरसता का मरहम लगाएगी।