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आइजीयू मीरपुर में इंडोर स्टेडियम का निर्माण शुरू

खेलों में देश का नाम रोशन करने वाले प्रतिभागियों ने सिद्ध कर दिया है कि खेल जहां हमारी मानसिक एवं शारीरिक क्षमता का विकास करते हैं वहीं देश व समाज के प्रति हमारे कर्तव्यों की पूर्ति में भी सहायक है। प्रतिस्पर्धा के वर्तमान युग में स्वयं की मजबूती बनाए रखने में खेल हमारे सबसे बड़े सहायक और हमारे भीतर सकारात्मकता के प्रवाहक भी हैं। यह बात इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय मीरपुर के कुलपति डॉ.मारकंडे आहूजा ने विश्वविद्यालय में इंडोर स्टेडियम के निर्माण कार्य की शुरुआत करते हुए कही।

By JagranEdited By: Published: Fri, 01 Feb 2019 05:25 PM (IST)Updated: Fri, 01 Feb 2019 05:25 PM (IST)
आइजीयू मीरपुर में इंडोर स्टेडियम का निर्माण शुरू
आइजीयू मीरपुर में इंडोर स्टेडियम का निर्माण शुरू

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : खेलों में देश का नाम रोशन करने वाले प्रतिभागियों ने सिद्ध कर दिया है कि खेल जहां हमारी मानसिक एवं शारीरिक क्षमता का विकास करते हैं, वहीं देश व समाज के प्रति हमारे कर्तव्यों की पूर्ति में भी सहायक हैं। प्रतिस्पर्धा के वर्तमान युग में स्वयं की मजबूती बनाए रखने में खेल हमारे सबसे बड़े सहायक और हमारे भीतर सकारात्मकता के प्रवाहक भी हैं। यह बात इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय मीरपुर के कुलपति डॉ. मारकंडे आहूजा ने विश्वविद्यालय में इंडोर स्टेडियम के निर्माण कार्य की शुरुआत करते हुए कही।

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उन्होंने कहा कि प्रतिभा किसी परिचय की मोहताज नहीं होती। समाज में प्रतिभावान व्यक्ति सदैव आगे बढ़ता है। विपरीत अवस्थाओं में प्रतिभा की वास्तविक पहचान उभर कर सामने आती है। विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ सभी सह-शैक्षणिक गतिविधियों को जीवन में अवश्य अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन्दिरा गाँधी विश्वविद्यालय, मीरपुर रेवाड़ी में इंडोर स्टेडियम की सुविधा हमारे विद्यार्थियों को विभिन्न खेलों में अपने कौशल को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। कुलसचिव डॉ. अन्नपूर्णा शर्मा ने कहा कि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ आत्मा का निवास होता है और विभिन्न प्रकार के खेलकूदों में भागीदारी से विद्यार्थियों के सम्पूर्ण व्यक्तित्व का विकास होता है। उन्होंने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि खेलों में बढ़चढ़कर हिस्सा लें और विश्वविद्यालय का नाम रोशन करें। उन्होंने कहा बिना खेलकूद के शिक्षा अधूरी है। कनिष्ठ अभियन्ता सुरेन्द्र ¨सह ने इंडोर स्टेडियम के तकनीकी पक्षों के बारे में जानकारी दी। खेल निदेशक प्रो. सन्तोष शर्मा ने विश्वविद्यालय की खेलकूद सम्बन्धी उपलब्धियों का भी वर्णन किया। इस अवसर पर प्रो. सन्तोष शर्मा, प्रो. रोमिका बत्रा, डॉ. सविता, डॉ. विकास बत्रा, सतीश मित्तल, सुरेन्द्र कुमार, योगेश, हनुवंत, देवेन्द्र ढाका, पहलाद कुमार, अजय आदि मौजूद थे।

-------- 28 हजार वर्ग फुट में बनेगा स्टेडियम:

इंडोर स्टेडियम 28, 800 वर्गफुट में बनाया जाएगा। स्टील के ढांचे पर इस इंडोर स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा। इसके निर्माण में उपयोग होने वाली प्रत्येक प्रकार की सामग्री पूर्व निर्मित है। स्टेडियम को छह माह में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।


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