एक साल से अध्यापकों की कमी ग्रामीणों ने स्कूल पर जड़ा ताला
गांव चिल्हड़ स्थित राजकीय उच्च विद्यालय में पिछले एक साल से गणित व विज्ञान शिक्षक के पद खाली होने से खफा ग्रामीणों ने बुधवार को गेट पर ताला जड़ दिया तथा धरने पर बैठ गए। ग्रामीणों ने शिक्षकों पर देरी से स्कूल में पहुंचने का भी आरोप लगाया तथा सफाई व्यवस्था पर भी रोष जताया। सूचना के बाद एसडीएम रेवाड़ी व शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर शिक्षकों की नियुक्त का आश्वासन दिया तथा गेट से ताला खुलवाया। अधिकारियों ने देरी से पहुंचने शिक्षकों के खिलाफ कार्यवाई का भी आश्वासन दिया।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : गणित और विज्ञान की दो अध्यापक एक साल से चाइल्ड केयर लीव पर चल रही हैं और विभाग ने किसी अन्य शिक्षक को बच्चों को पढ़ाने के लिए भेजने की सुध ही नहीं ली। अपने बच्चों के भविष्य को बिगड़ते हुए देखकर आखिरकार गांव चिल्हड़ के ग्रामीणों का गुस्सा बुधवार को फूट ही पड़ा। गणित व विज्ञान शिक्षक के पद खाली होने से खफा ग्रामीणों ने विद्यालय गेट पर ताला जड़ दिया तथा धरने पर बैठ गए। ग्रामीणों ने शिक्षकों पर देरी से स्कूल में पहुंचने का भी आरोप लगाया तथा सफाई व्यवस्था पर भी रोष जताया। सूचना के बाद एसडीएम जितेंद्र कुमार व शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर शिक्षकों की नियुक्ति का आश्वासन देकर गेट से ताला खुलवाया। अधिकारियों ने देरी से पहुंचने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्यवाही का भी आश्वासन दिया।
गांव चिल्हड़ के ग्रामीणों ने बुधवार को स्कूल के गेट पर ताला जड़ दिया और वहीं धरने पर बैठ गए। गेट पर ताला लगा देने के कारण बच्चे व स्टाफ के सदस्य भी अंदर नहीं जा पाए। ग्रामीणों ने कहा कि स्कूल में 156 बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। पिछले एक साल से स्कूल में गणित व विज्ञान का कोई शिक्षक नहीं है। जिन दो महिला शिक्षिकों की नियुक्ति हैं, वे दोनों ही 8 सितंबर 2017 से दो वर्ष के लिए चाइल्ड केयर लीव पर हैं। दोनों प्रमुख विषयों के शिक्षक स्कूल में न होने के कारण बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है। स्कूल व ग्राम पंचायत की ओर से शिक्षकों की नियुक्ति के लिए शिक्षा विभाग को कई बार लिखित शिकायत दी जा चुकी है, परंतु अब तक एक भी शिक्षक की नियुक्ति नहीं हो पाई है। देरी से आने का आरोप
ग्रामीणों ने कहा कि स्कूल में नियुक्त शिक्षकों का न आने का समय और न ही जाने का। कई शिक्षक निर्धारित समय से एक या दो घंटे देरी से पहुंचते है। स्कूल में बड़ी-बड़ी झाड़ियां खड़ी हुई है तथा सफाई व्यवस्था की ओर भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। स्कूल पर ताला लगाने की सूचना के बाद जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सुरेश गौरिया, खंड शिक्षा अधिकारी सुभाष चंद व सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंचे तथा ग्रामीणों को शिक्षकों की नियुक्त करने का आश्वासन देकर ताला खुलवाने का प्रयास किया, परंतु ग्रामीण लिखित में आश्वासन देने की मांग पर अड़े रहे। सूचना के बाद एसडीएम जितेंद्र कुमार व डीएसपी सुरेश कुमार हुड्डा भी मौके पर पहुंचे। एसडीएम ने कहा कि जल्द ही स्कूल में शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। उन्होंने देरी से आने वाले शिक्षकों पर भी कार्यवाही तथा सफाई व्यवस्था दुरुस्त कराने का आश्वासन दिया। ग्रामीणों ने कहा कि यदि दस दिन में शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होती है तो वे फिर से आंदोलन करेंगे।
--------
ग्रामीणों की शिकायत थी कि स्कूल में गणित व विज्ञान के शिक्षक नहीं है। विभागीय अधिकारियों से बातचीत हो गई है तथा एक दो दिन में ही शिक्षकों को स्कूल में भेज दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त देरी से आने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई होगी तथा सफाई व्यवस्था के लिए विशेष तौर पर कह दिया गया है।
-जितेंद्र कुमार, एसडीएम