उपचुनाव की हार अतीत, भाजपा का है भविष्य: वसुंधरा
राजस्थान का चुनावी गणित यह माना जाता है कि यहां पर जनता एक बार भाजपा और एक बार कांग्रेस को सत्ता सौंपती है, लेकिन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को इतिहास बदलने की उम्मीद है। इस वर्ष अलवर व अजमेर लोकसभा व मांडलगढ़ विधानसभा के उपचुनावों में मिली हार के बावजूद मुख्यमंत्री नि¨श्चत है।
महेश कुमार वैद्य, अलवर
राजस्थान का चुनावी गणित यह माना जाता है कि यहां पर जनता एक बार भाजपा और एक बार कांग्रेस को सत्ता सौंपती है, लेकिन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को इतिहास बदलने की उम्मीद है। इस वर्ष अलवर व अजमेर लोकसभा व मांडलगढ़ विधानसभा के उपचुनावों में मिली हार के बावजूद मुख्यमंत्री नि¨श्चत हैं। उनको सबसे बड़ा भरोसा अपनी गौरव यात्रा पर है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री अलवर जिले में थी। कोट कासिम से रवाना होने से पूर्व दैनिक जागरण से बातचीत में मुख्यमंत्री दो टूक कहा कि उपचुनाव की हार अतीत की बात है। भविष्य भाजपा का है। राजस्थान की जनता इस बार नया इतिहास लिखेगी और भाजपा को दोबारा सत्ता सौंपेगी।
रामलीला मैदान में उमड़ी भीड़ से मुख्यमंत्री उत्साहित थीं। जब उनसे भीड़ की ओर इशारा करके यह पूछा गया कि इसे किस बात का संकेत मानती हैं तो वसुंधरा राजे ने कहा-मेहनत। सिर्फ मेहनत। हमने जमकर काम किया है। लोगों के बीच उपलब्धियां पहुंचाई हैं। यह भीड़ हमारी मेहनत पर मुहर लगाने पहुंची है। यह भीड़ ही इस बात का प्रतीक है कि राजस्थान में इस बार नया इतिहास लिखा जाएगा।
किसी एक बड़ी उपलब्धि जिसे तुरुप का पत्ता कहा जा सके? के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारे पास ऐसी एक नहीं बल्कि कई उपलब्धियां हैं, जिनके भरोसे जनता का भरोसा जीतेंगे। हमारी उपलब्धियों की लंबी सूची ही भाजपा की जीत में मददगार बनेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास आंकड़ों के सामने टिकने की हिम्मत नहीं है। हम तथ्यों के साथ बात कर रहे हैं।
---------
विकास रहेगा बड़ा चुनावी मुद्दा
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सीधे लोगों की नब्ज पर हाथ रख रही हैं। जिस जनसभा में जा रही हैं वहां मंच से ही संबंधित विधानसभा क्षेत्र के प्रतिनिधि को लोगों के बीच खड़ा करके विकास योजनाएं गिनवा रही हैं। वसुंधरा का एजेंडा स्पष्ट है। भाजपा विकास को ही बड़ा चुनावी मुद्दा रखेगी। यही वजह रही कि सीएम ने एक भी संवेदनशील व संप्रदाय विशेष से जुड़े मुद्दों को नहीं छुआ। भामाशाह स्वास्थ्य योजना, अन्नपूर्णा, जल स्वावलंबन, ढांचागत विकास (विशेष रूप से सड़कें)व कुछ अन्य प्रमुख योजनाओं पर पूरा फोकस किया जा रहा है। विशेष बात यह है कि केंद्र की योजनाओं का जिक्र तो किया जा रहा है, लेकिन खुद के कामों पर सीएम का भरोसा कुछ ज्यादा ही है।