सीएम से की यूनीटेक के निवेशकों को न्याय दिलाने की मांग
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : भाजपा व्यवसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सतीश खोला ने मुख्यमंत्री म
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : भाजपा व्यवसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सतीश खोला ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल से यूनीटेक के निवेशकों को न्याय दिलाने की मांग की है। खोला का कहना है कि 13 शिकायतकर्ताओं ने 4 दिसंबर 2017 को कुल एक करोड़ 12 लाख 919 रुपयों की धोखाधड़ी की शिकायत सभी सबूतों के साथ दी हुई है, लेकिन पुलिस राजनीतिक दबाव में मामला दर्ज नहीं कर रही।
सतीश खोला ने कहा कि महेंद्र कुमार, देशराज यादव, अनिल कुमार, यादवेंद्र यादव, सुरेंद्र ¨सह यादव, सुनीता, सुरेंद्र रोहिल्ला, राजकुमार, अजय यादव, मनीता कुमारी, मनीषा, संजय व गुलशन कुमार ने पुलिस अधीक्षक को सबूतों के साथ जो शिकायत दी थी, उसके आधार पर डीएसपी गजेंद्र ¨सह शिकायतकर्ताओं के बयान भी ले चुके हैं, लेकिन मामला इसलिए दर्ज नहीं किया जा रहा है, क्योंकि मामला स्थानीय सांसद की जमीन से जुड़ा है।
उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों ने अपनी मेहनत की कमाई घर बनाने के लिए प्राइवेट बिल्डर को दी थी, लेकिन बिल्डर व जमीन मालिक की आपसी लड़ाई में मध्यम वर्ग के लोग पिस रहे हैं। ज्यादातर निवेशक पूर्व सैनिक हैं। स्थानीय राजनीतिक दबाव या प्रभाव से अन्य लोग शिकायत करने से डर रहे हैं। सैकड़ों लोगों के पैसे फंसे हैं, लेकिन मात्र 12 शिकायतकर्ता ही हिम्मत करके आगे आए हैं। उनकी भी हिम्मत भाजपा के पारदर्शी शासन को देखकर बनी है। अगर सही शिकायत पर भी उनको न्याय नहीं मिला तो सामान्य जनता का हमारी सरकार से विश्वास उठ जाएगा। उन्होंने सीएम से तुरंत कारवाई की मांग की है।
----------
ये है मामला
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ¨सह व उनके परिजनों की रेवाड़ी स्थित जमीन पर यूनीटेक ने लाइसेंस लिया था। यह लाइसेंस जमीन मालिकों के संयुक्त नाम से जारी होता है। विकसित करके निवेशकों को घर देने की जिम्मेदारी यूनीटेक की थी। यह सर्वविदित है कि यूनीटेक के प्रमुख कर्ताधर्ता जेल में है। राव इंद्रजीत ¨सह की ओर से यह कहा जा चुका है कि यूनीटेक के कारण उनकी जमीन फंस गई, जबकि खोला का दावा है कि राव की जमीन होने के कारण ही पुलिस यूनीटेक के खिलाफ मामला दर्ज नहीं कर रही है।
-----
इस मामले में राव इंद्रजीत ¨सह का कोई लेना-देना नहीं है। उन पर किसी ने आरोप भी नहीं लगाया है। शिकायतकर्ताओं की शिकायत केवल यूनीटेक से है। यूनीटेक को तफ्तीश में शामिल होने के लिए एक नोटिस दिया जा चुका है। दूसरा नोटिस भी जल्दी ही देंगे। ऐसे मामलों में यूनीटेक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने से पहले तफ्तीश जरूरी है। हम किसी तरह के राजनीतिक दबाव में नहीं हैं।
-गजेंद्र ¨सह, डीएसपी मुख्यालय