पुलिस को सात दिन का अल्टीमेटम, महिलाएं रहेगी धरने पर
संवाद सहयोगी, बावल(रेवाड़ी): बावल क्षेत्र के एक गांव से लापता बच्ची की बरामदगी के लिए शनिवार को मोहनपुर में 21 गांवों की पंचायत आयोजित की गई। पंचायत में विभिन्न गांवों के प्रतिनिधियों के अतिरिक्त राजनीतिक व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए तथा आंदोलन का समर्थन दिया। पुलिस अधीक्षक राजेश दुग्गल ने पंचायत में पहुंच कर जल्द बच्ची को ढूंढने का आश्वासन दिया। पंचायत ने पुलिस को सात दिन का अल्टीमेटम दिया है। सात दिन बाद महिलाएं जिला सचिवालय का घेराव करेंगी।
संवाद सहयोगी, बावल (रेवाड़ी): बावल क्षेत्र के एक गांव से लापता बच्ची की बरामदगी के लिए शनिवार को मोहनपुर में 21 गांवों की पंचायत हुई। पंचायत में विभिन्न गांवों के ग्रामीणों के अतिरिक्त राजनीतिक व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। पुलिस अधीक्षक राजेश दुग्गल ने पंचायत में पहुंच कर जल्द बच्ची को ढूंढने का आश्वासन दिया। पंचायत ने पुलिस को सात दिन का अल्टीमेटम दिया है। सात दिन बाद महिलाएं जिला सचिवालय का घेराव करेंगी।
पंचायत में वक्ताओं ने कहा कि अब तक पुलिस बच्ची को बरामद करने में नाकाम रही है। धरना शुरू होने के बाद से पुलिस की जांच में तेजी आई है। यही तत्परता शुरूआत में की जाती तो बच्ची जल्द ही मिल सकती थी। वह एक परिवार की नहीं बल्कि पूरे समाज की बेटी है। ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि भविष्य में किसी भी बच्ची के साथ ऐसी घटना न हो। पंचायत में पूर्व विधायक रामेश्वर दयाल, जिला प्रमुख मंजूबाला, इनेलो नेता श्याम सुंदर सभरवाल, कांग्रेस नेता राव अर्जुन ¨सह सहित अन्य प्रतिनिधियों ने अपना समर्थन दिया। विपक्ष के प्रतिनिधियों ने बच्ची की बरामदगी न होने पर पुलिस व सरकार पर तंज भी कसे। सभी ने बच्ची के परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। एसपी ने मांगा समय
दोपहर बाद पुलिस अधीक्षक राजेश दुग्गल व उप पुलिस अधीक्षक सुरेश कुमार हुड्डा भी पंचायत में पहुंचे। उन्होंने कहा कि पुलिस गंभीरता व तत्परता से बच्ची की तलाश में जुटी है तथा सभी दृष्टिकोण से मामले की जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि बच्ची की तलाश के लिए पुलिस को सभी के सहयोग की जरूरत है। उन्होंने ग्रामीणों से पांच सदस्यीय कमेटी बनाने का आह्वान भी किया। उन्होंने कहा कि इस कमेटी को पुलिस की जांच की प्रतिदिन जानकारी दी जाएगी। पंचायत में पांच सदस्यीय कमेटी गठित करने पर सहमति बनी। पुलिस अधीक्षक ने ग्रामीणों से धरना खत्म करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि पुलिस को बच्ची की बरामदगी के लिए पांच दिन का समय चाहिए। ग्रामीणों ने पुलिस को सात दिन का समय देते हुए कहा कि यदि इस दौरान बच्ची नहीं मिलती है तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। महिलाओं का धरना रहेगा जारी
पंचायत के आग्रह के बावजूद महिलाओं ने अपना धरना खत्म करने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि बच्ची की बरामदगी न होना पुलिस की विफलता है। वे शांतिपूर्वक अपना धरना लगातार जारी रखेगी। सात दिन में पुलिस बच्ची को बरामद नहीं कर पाती है तो वे रेवाड़ी पहुंच कर जिला सचिवालय का घेराव करेगी। इस अवसर पर शक्ति परिषद की जिला अध्यक्ष राजबाला, सचिव शीला, सुशीला चौहान, प्रेमलता, रामनिवास, सुमन, बिमला, कुसुमलता, गोपाल ओढ़ी, चेतराम रेवाड़िया, लक्ष्मी, अरुण, बिमला, आनंद यादव, बलवंत ¨सह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।