वाट्सएप ग्रुप पर सिखा रहे अंग्रेजी
राजकीय माध्यमिक विद्यालय चांदावास में कार्यरत गांव ठोठवाल निवासी अध्यापक छात्रों को आनलाइन अंग्रेजह पढ़ा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : राजकीय माध्यमिक विद्यालय चांदावास में कार्यरत गांव ठोठवाल निवासी अंग्रेजी अध्यापक बिरेंद्र सिंह न केवल अपनी कक्षाओं के विद्यार्थियों को बल्कि दूसरे स्कूलों के बच्चों को भी आनलाइन पढ़ाई करा रहे हैं। स्वयं द्वारा तैयार नोट्स पीडीएफ फार्म में उपलब्ध करा रहे हैं। अध्यापक बिरेंद्र सिंह ने सिर्फ अपने स्कूल के विद्यार्थियों को ही नहीं बल्कि दूसरे स्कूलों के पांचवीं से आठवीं कक्षा तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए प्रयास-एक सार्थक पहल नाम से वाट्सएप ग्रुप बनाया हुआ है। इसमें ऐसे बच्चों को शिक्षण सामग्री उपलब्ध करवाई जाती है, जो अंग्रेजी विषय में कमजोर हैं। शिक्षा विभाग द्वारा कलस्टर रिसोर्स पर्सन (सीआरपी) और लर्निंग एन्हांसमेंट प्रोग्राम (एलईपी) कार्यक्रम से इस कमजोरी को दूर करने का प्रयास किया जाता रहा है लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते यहा कार्यक्रम नहीं चलाया गया तो अध्यापक बिरेंद्र सिंह ने विभिन्न स्कूलों के अध्यापकों से संपर्क कर कमजोर बच्चों को प्रभावी शिक्षण सामग्री अपने स्तर पर ही वाट्सएप पर उपलब्ध करानी शुरू कर दी। वह पाठ्य सामग्री व वीडियो बनाकर ग्रुप में डालते हैं तथा बच्चों व उनके अभिभावकों से फीडबैक भी लेते हैं। इस वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से अब तक विभिन्न स्कूलों के करीब 50 बच्चे ब्रिज कोर्स पूरा कर चुके हैं। एक अक्टूबर से दूसरा बैच भी आरंभ हो गया है। वर्तमान में चल रहे ब्रिज कोर्स में राजकीय प्राथमिक पाठशाला चांदावास, शिव कालोनी, हरीनगर, ढोकिया कुंडल, बेरवाल, बधराणा आदि गांव के राजकीय विद्यालयों के बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।