1.77 लाख विद्यार्थी हुए सड़क सुरक्षा क्विज में शामिल
पुलिस पुलिस प्रशासन की ओर से जिला के सभी सरकारी व निजी स्कूलों, कालेजों व अन्य शिक्षण संस्थानों में मंगलवार को सड़क सुरक्षा क्विज का आयोजन किया। जिला के 912 शिक्षण संस्थानों के करीब 1 लाख 77 हजार विद्यार्थियों ने इस क्विज में हिस्सा लिया। पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा ने स्कूलों में पहुंच कर क्विज के आयोजन का जायजा भी लिया तथा विद्यार्थियों को यातायात नियमों की जानकारी भी दी।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: पुलिस पुलिस प्रशासन की ओर से जिला के सभी सरकारी व निजी स्कूलों, कालेजों व अन्य शिक्षण संस्थानों में मंगलवार को सड़क सुरक्षा क्विज का आयोजन किया। जिला के 912 शिक्षण संस्थानों के करीब 1 लाख 77 हजार विद्यार्थियों ने इस क्विज में हिस्सा लिया। पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा ने स्कूलों में पहुंच कर क्विज के आयोजन का जायजा भी लिया तथा विद्यार्थियों को यातायात नियमों की जानकारी भी दी।
एसपी राहुल शर्मा ने कहा कि पुलिस विभाग का मुख्य उद्देश्य यही है कि ज्यादा से ज्यादा छात्रों को यातायात नियमों की जानकारी देकर उन्हें जागरूक किया जाए। आज के विद्यार्थियों को अगर यातायात नियमों की जानकारी होगी तो वह आने वाले समय में वाहन चलाते समय नियमों का पालन करेंगे और दुर्घटना का शिकार होने से बचेंगे। उन्होंने कहा कि आज का युवा अपने वाहनों को सुरक्षा के साधनों का प्रयोग किए बिना ही तेज गति से चलाते है। जिस कारण आए दिन सड़कों पर जगह-जगह दुर्घटनाओं में नौजवान अपने जीवन को समाप्त कर लेते है। दुर्घटना में हुई उस एक व्यक्ति की मौत के कारण पीछे रहे परिवार के सदस्यों को जीवन भर परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि यह परीक्षा चार स्तर पर कराई जाएगी। इस जागरूक अभियान में प्राईमरी स्कूल, मीडल स्कूल, सीनियर सकेंडरी स्कूल, कालेजों सहित सभी शिक्षण संस्थानों के बच्चों की अलग-अलग स्तर पर परीक्षा कराई जाएगी। आज की इस परीक्षा मे उत्तीर्ण होने वाले छात्रों की आगे चल कर ब्लॉक स्तर पर, जिला स्तर पर, रेंज स्तर पर और अंत में राज्य स्तर पर प्रतियोगिता कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि यातायात नियमों की अनभिज्ञता के कारण ही ज्यादातर हादसे होते है। सिर्फ पुलिस ही नही बल्कि शिक्षा विभाग को भी इस दिशा में अपने स्तर पर और अधिक प्रयास करने होंगे। इस अवसर पर डीएसपी डीएसपी सतपाल यादव, यातयात प्रभारी ब्रह्मजीत, आरएसओ रमेश वशिष्ठ तथा संदीप भारद्वाज मुख्य रूप से मौजूद रहे।