ओवरलोड माइनिग वाहनों के लिए चलेगा विशेष जांच अभियान
प्रदेश में अन्य राज्यों से आने वाले ओवरलोड माइनिग वाहनों पर नकेल कसने के लिए मुख्य सचिव विजय वर्धन ने अधिकारियों को अंतरराज्यीय सीमाओं पर नाकेबंदी कर सख्त निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : प्रदेश में अन्य राज्यों से आने वाले ओवरलोड माइनिग वाहनों पर नकेल कसने के लिए मुख्य सचिव विजय वर्धन ने अधिकारियों को अंतरराज्यीय सीमाओं पर नाकेबंदी कर सख्त निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। साथ ही क्रेशर जोन के एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर भी नाका लगाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्य सचिव विजय वर्धन वीडियो कान्फ्रेंसिग के माध्यम से ओवरलोग माइनिग वाहनों के संबंध में सभी जिला उपायुक्तों, परिवहन, माइनिग और पुलिस विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों से आने वाले ओवरलोड माइनिग वाहन एक ओर जहां दुर्घटनाओं का बड़ा कारण हैं, वहीं दूसरी ओर इनसे प्रदेश को राजस्व का भी नुकसान हो रहा है। इसके लिए इन वाहनों पर कड़ी कार्रवाई करना सुनिश्चित किया जाए।
मुख्य सचिव ने सभी जिला उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए कि आरटीओ के साथ मिलकर एक कमेटी गठित करें और विशेष जांच अभियान चलाया जाए, जिसके अंतर्गत अंतरराज्यीय सीमाओं पर ओवरलोड वाहनों की विशेष निगरानी की जाए। उन्होंने कहा कि अंतरराज्यीय सीमाओं पर नाकेबंदी के अलावा क्रेशर जोन के एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर भी नाके लगाए जाएं, जिससे क्रेशर जोन में आने व जाने वाले वाहनों की ओवरलोडिग का पता मौके पर ही लग जाएगा और आवश्यक कार्रवाई की जा सकेगी, इससे समुचित प्रक्रिया की मानिटरिग भी सुनिश्चित होगी।
उन्होंने निर्देश दिए कि अन्य राज्यों से आने वाले ओवरलोड वाहनों के चालान किए जाएं। पड़ोसी राज्यों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित किया जाए ताकि ओवरलोड वाहनों पर सख्त नजर रखी जा सके। उन्होंने कहा कि नारनौल, नूंह, भिवानी, रेवाड़ी, दादरी, पानीपत और पंचकूला जिलों में विशेष जांच अभियान चलाए जाएं।
वीडियो कान्फ्रेंस में उपायुक्त यशेंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक अभिषेक जोरवाल, सचिव क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण गजेंद्र सिंह ने भाग लिया।