राजा नाहर सिंह व सर छोटूराम को किया नमन
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने अमर शहीद राजा नाहर सिंह के 163वें बलिदान दिवस व दीनबंधु सर छोटूराम की 76वीं पुण्यतिथि पर उनको नमन किया।
जासं, रेवाड़ी : प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने अमर शहीद राजा नाहर सिंह के 163वें बलिदान दिवस व दीनबंधु सर छोटूराम की 76वीं पुण्यतिथि पर उनको नमन किया। विद्रोही ने कहा कि आजादी से पूर्व संयुक्त पंजाब के मंत्री के रूप में सर छोटूराम ने जिस तरह से किसानों व गांवों के लिए कानून बनाकर उन्हे साहुकारों के चुंगल से छुड़वाया व उनकी जमीनों की रक्षा की उसके कारण ही आज के पाकिस्तान, भारत के प्रांत पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश के किसान न केवल जमीनों के मालिक हैं अपितु भारी मात्रा में खाद्यान उत्पन्न करके मानवता की सेवा कर रहें है। विद्रोही ने कहा कि सर छोटूराम ने उस समय गांवों में गरीबों को राजनीति व सरकारी सेवाओं में आने का जोरदार अभियान चलाया था ताकि गांव वासियों की सत्ता व प्रशासन में भागीदारी हो सके।
विद्रोही ने 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीद राजा नाहर सिंह को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में बल्लभगढ़ के राजा नाहर सिंह ने देश की स्वाधीनता के लिए लड़ते हुए अपने प्राणों का बलिदान कर दिया था। 9 जनवरी 1858 को अंग्रेजी हुकूमत ने राजा नाहर सिंह को खुलेआम फांसी देने जैसा जघन्य काम किया था।
वहीं, आंबेडकर लाइब्रेरी एवं सेवा समिति बनीपुर की ओर से प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के अमर शहीद राजा नाहर सिंह के शहीदी दिवस व दीनबंधू सर छोटू राम की पुण्यतिथि पर उनको नमन किया गया। समिति सदस्य मनोज कुमार ने राजा नाहर सिंह की वीरता के बारे में बताया तथा कहा कि उनके शासनकाल में अंग्रेज बल्लभगढ़ से गुजरकर कभी दिल्ली तक नहीं जा सके। राजा नाहर सिंह बल्लभगढ़ को दिल्ली का लौह द्वार कहते थे।