284 रोडवेज कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल बुधवार को लगातार दूसरे दिन भी जारी रही। हड़ताल के दूसरे दिन रोडवेज कर्मचारियों के खिलाफ प्रबंधन की तरफ से बड़ी कार्रवाई की गई। रोडवेज महाप्रबंधक ने हड़ताल में शामिल होने पर 284 कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल बुधवार को लगातार दूसरे दिन भी जारी रही। हड़ताल के दूसरे दिन रोडवेज कर्मचारियों के खिलाफ प्रबंधन की तरफ से बड़ी कार्रवाई की गई। रोडवेज महाप्रबंधक ने हड़ताल में शामिल होने पर 284 कर्मचारियों के खिलाफ एस्मा के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। इसके अतिरिक्त एक यूनियन पदाधिकारी को चालकों को भड़काने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है। वहीं हड़ताल के दूसरे दिन अन्य विभागों के कर्मचारियों ने रोडवेज के कर्मचारियों की मांगों को जायज ठहराते हुए उन्हें समर्थन दिया। दूसरे दिन चलाई गई 43 रोडवेज बसें
720 निजी बसों को परमिट देकर रोडवेज के बेड़े में शामिल करने का कर्मचारी विरोध कर रहे हैं। रोडवेज यूनियन के प्रवक्ता देवेंद्र तिवाड़ी ने कहा कि वे किसी भी कीमत पर ऐसा नहीं होने देंगे। उन्होंने बताया कि रोडवेज बसे 22 से 25 रुपये तक प्रति किलोमीटर की कमाई कर रही है वहीं सरकार जिन निजी बसों को रोडवेज के बेडे में शामिल कर रही है उनको 50 रुपये प्रति किलोमीटर से अधिक का भुगमान किया जाएगा। सरकार सीधे तौर पर निजी बसों को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा कर रही है। दूसरे दिन भी गिरफ्तारी के डर से ज्यादातर यूनियन नेता इधर-उधर ही रहे। प्रबंधन ने पहले दिन जहां हड़ताल के बावजूद 22 बसे चला दी थी वहीं दूसरे दिन 43 बसों को चलाया गया। इसके अतिरिक्त निजी बसों को भी छूट जारी थी। निजी बस रोडवेज बूथों पर आकर भी सवारियां भर रही थी। कर्मचारियों पर रोडवेज प्रबंधन ने की बड़ी कार्रवाई
रोडवेज प्रबंधन की तरफ से दूसरे दिन कर्मचारियों पर बड़ी कार्रवाई की गई। प्रबंधन की तरफ से 284 कर्मचारियों के खिलाफ शहर थाने में एस्मा के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है। इनमें 140 चालक, 142 परिचालक व 2 वर्कशॉप कर्मचारी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त बीर ¨सह प्रधान नामक रोडवेज कर्मचारी की गिरफ्तारी भी हुई है। उक्त कर्मचारी पर बस चलाने के लिए पहुंचे रोडवेज चालकों को धमकाने का आरोप है।
-------------------- विभिन्न संगठनों ने दिया समर्थन
रोडवेज कर्मचारियों का समर्थन देने के लिए बुधवार को अन्य विभागों के कर्मचारी भी रोडवेज वर्कशॉप के बाहर पहुंचे। एनएचएम यूनियन, कर्मचारी महासंघ, इनेलो की छात्र इकाई इनसो सहित कई अन्य संगठनों ने हड़ताल को पूरी तरह से जायज ठहराया। एनएचएम यूनियन की प्रधान संतोष यादव ने कहा कि रोडवेज कर्मचारी जायज मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं तथा सरकार उनपर बेवजह दबाव बना रही है।
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हड़ताल के कारण यात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं आने दी जा रही है। हमने 43 बसों को ऑनरूट किया हुआ है। लोकल रूटों पर ज्यादा से ज्यादा बसों को चलाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त एस्मा के बावजूद हड़ताल में शामिल होने पर 284 कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
-बलवंत ¨सह गोदारा, महाप्रबंधक रोडवेज