राफेल से बढ़ेगी वायुसेना की शक्ति: टिपनिस
जिस राफेल लड़ाकू विमान को लेकर देश की राजनीति का मिजाज इन दिनों गरम है उसकी खरीद के लिए वायुसेना दो दशक पहले ही मन बना चुकी थी। तब के एयर चीफ मार्शल एवाई टिपनिस तब खुद फ्रांस गए थे और इस विमान की खूबियों की जानकारी हासिल की थी।
महेश कुमार वैद्य, कोसली (रेवाड़ी)
जिस राफेल लड़ाकू विमान को लेकर देश की राजनीति का मिजाज इन दिनों गरम है उसकी खरीद के लिए वायुसेना दो दशक पहले ही मन बना चुकी थी। तब के एयर चीफ मार्शल एवाई टिपनिस तब खुद फ्रांस गए थे और इस विमान की
खूबियों की जानकारी हासिल की थी। यह जानकारी शनिवार को यहां के गांव सुरहेली में सामाजिक संस्था 'ग्रामीण उत्थान भारत निर्माण' के संयोजक टीसी राव की ओर से आयोजित रेजांगला शहीद समारोह में खुद पूर्व वायुसेना अध्यक्ष टिपनिस
ने दी। टिपनिस ने राफेल को नई पीढ़ी का विमान बताते हुए कहा कि इससे वायुसेना की शक्ति बढ़ेगी।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि पाकिस्तान से बड़ा खतरा चीन है, लेकिन चीन की ओर से युद्ध की संभावना नहीं है। पाकिस्तान की हरकतों पर अंकुश के लिए खुद को शक्तिशाली बनाना जरूरी है, लेकिन रक्षा सौदों में लंबा समय लगना शुभ संकेत नहीं है। खरीद प्रक्रिया सरल होनी चाहिए।
टिपनिस ने कहा कि वर्ष 1971 में नरमी नहीं बरतनी थी। तब पाकिस्तान के 90 हजार सैनिक भारत के शिकंजे में थे। हम उन्हें कश्मीर पर झुका सकते थे। उस समय दया दिखाना अब महंगा पड़ रहा है। टिपनिस ने समारोह को भी संबोधित किया और रेजांगला सहित सभी ज्ञात-अज्ञात शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। समारोह में पूर्व वायुसेना अध्यक्ष टिपनिश ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
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ओआरओपी पर मुकर गए मोदी: तंवर
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर ने समारोह में कहा कि प्रधानमंत्री बनने से पूर्व इसी वीरभूमि पर वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) की बात करने वाले नरेंद्र मोदी अपनी बात से मुकर गए और अपना वादा अधूरा छोड़ दिया। समारोह के बाद डा. तंवर के कार्यालय से अलग से जारी विज्ञप्ति में मंच पर कही गई बातों के अलावा भी कुछ अन्य बातें कही गई। तंवर ने कहा कि राफेल सौदे में मोदी ने मित्र को लाभ व देश को हानि पहुंचाई है। दो वर्षों में प्रदेश में कोई निवेश नहीं हुआ। भाजपा कमजोर हो रही है और इनेलो टूट चुकी है। भविष्य कांग्रेस का है। डा. तंवर ने अहीर रेजिमेंट बनाने की मांग का समर्थन किया।