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मंत्री की फटकार का असर: रामसिंहपुरा से उठेगा कचरा

सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारीलाल की फटकार का असर होता नजर आ रहा है नगरपरिषद ने रामसिंहपुरा से लैंडफिल साइट हटाने का निर्णय लिया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 01 Aug 2020 04:59 PM (IST)Updated: Sun, 02 Aug 2020 06:17 AM (IST)
मंत्री की फटकार का असर: रामसिंहपुरा से उठेगा कचरा
मंत्री की फटकार का असर: रामसिंहपुरा से उठेगा कचरा

अमित सैनी, रेवाड़ी

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सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारीलाल की फटकार का असर होता नजर आ रहा है। शहर से निकलने वाले कचरे के निस्तारण को लेकर नगर परिषद की ओर से दो महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट तैयार किए गए हैं। रामसिंहपुरा स्थित लैंड फिल साइट से कचरे का उठान कराया जाएगा। यहां पर बीते करीब दो सालों से नगर परिषद की ओर से कचरा डाला जा रहा है। नप की ओर से इसका टेंडर निकाल दिया गया है। वहीं दूसरा महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट लियो चौक के निकट स्थित कचरा ट्रांसफर स्टेशन को लेकर बना है। इस साइट को न सिर्फ कवर कराया जाएगा बल्कि शहर से निकलने वाले कचरे को यहीं पर अलग-अलग भी कर लिया जाएगा। रामसिंहपुरा में कचरा जलाने की थी शिकायतें रामसिंहपुरा की जमीन सिचाई विभाग से नगर परिषद को करीब दो वर्ष पूर्व हैंडओवर हुई थी। यहां पर ठोस कचरा प्रबंधन प्लांट लगाया जाना है लेकिन नप का करोड़ों रुपये का यह प्रोजेक्ट आजतक भी सिरे नहीं चढ़ पाया है। मुख्यालय में फाइल अटकी हुई है। बीते दो सालों से नप यहां पर कचरा डाल रही है लेकिन कचरे के निस्तारण का कोई इंतजाम नहीं है। सिर्फ रेवाड़ी से ही नहीं बल्कि धारूहेड़ा व बावल से भी कचरा लाकर यहीं पर डाला जा रहा है। रामसिंहपुरा की लैंड फिल साइट पर अकसर कचरा जलाने की शिकायतें आती ही रहती है। करीब एक वर्ष पूर्व प्रदूषण विभाग की ओर से बावल नगर पालिका पर 2 लाख रुपये का जुर्माना भी ठोंका गया था। हाल ही में लोगों ने फोटो व वीडियो बनाकर लोगों ने सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारीलाल के पास भी भेजी थी। डॉ. बनवारीलाल ने केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह द्वारा ली गई बैठक में इस मामले को प्रमुखता से उठाया था। उपायुक्त ने सुधार का आश्वासन भी दिया था। मंत्री की इस फटकार के बाद अब रामसिंहपुरा से कचरा उठाने का टेंडर छोड़ा जाएगा। कचरे का होगा जैविक उपचार रामसिंहपुरा में कचरा डालने के लिए नगर परिषद के पास करीब 5 एकड़ जगह हैं। यहां से कचरा उठान के लिए करीब 5 करोड़ रुपये का टेंडर छोड़ा जाएगा। कचरा ऐसी एजेंसी को दिया जाएगा जो इसका जैविक उपचार कर सके।

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शहर में ही अलग-अलग कर दिया जाएगा कचरा रामसिंहपुरा के अलावा एक प्रोजेक्ट लियो चौक के निकट स्थित कचरा एकत्रित करने वाले प्वाइंट का भी बनाया गया है। यहां पर अभी तक खुले में कचरा डाला जा रहा है जिसकी दुर्गंध से आसपास के लोगों का ठहरना भी मुश्किल हो रहा है। नगर परिषद की ओर से अब इस साइट को भी पूरी तरह से कवर कराया जाएगा। यहां गेट लगवा दिया गया है। इसके अतिरिक्त अब इस प्वाइंट पर ही ऐसी व्यवस्था कर दी जाएगी जिससे कचरे को अलग-अलग किया जा सके। यानि गीला व सूखा कचरा इसी प्वाइंट पर अलग-अलग कर लिया जाएगा। सूखा कचरा जिसमें प्लास्टिक बॉटल, लोहा, गत्ते आदि यहीं पर अलग हो जाएंगे तो ये रि-साइकिल भी आसानी से हो सकेंगे। अलग-अलग करने के बाद ही कचरे को आगे रामसिंहपुरा में भेजा जाएगा। यहां बता दें कि पुराने शहर का सारा कचरा पहले यहीं पर एकत्रित किया जाता है।

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रामसिंहपुरा में एकत्रित कचरे को शीघ्र ही उठवाया जाएगा। नप की ओर से टेंडर निकाल दिया गया है तथा 15 अगस्त से पहले टेंडर छोड़ा जाएगा। इसके अतिरिक्त लियो चौक के निकट स्थित प्वाइंट को भी पूरी तरह से कवर करा रहे हैं तथा यहां पर कचरा अलग-अलग करने का भी काम किया जाएगा। कचरे के उचित निस्तारण को लेकर हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

-डॉ. विजयपाल, प्रशासनिक अधिकारी नप।


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