दो महीनों के बाद भी ठीक नहीं हुए टूटे खंभे
दो महीने बाद भी अगर बिजली व्यवस्था ठीक नहीं हो पाए तो इसे निश्चित रूप से विभाग की लापरवाही की कहा जाएगा। कम से कम रेवाड़ी में तो ऐसा ही हो रहा है।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : दो महीने बाद भी अगर बिजली व्यवस्था ठीक नहीं हो पाए तो इसे निश्चित तौर पर विभाग की लापरवाही ही माना जाएगा। करीब दो माह पूर्व आए अंधड़ में जिले के दर्जनों गांवों में सैकड़ों बिजली के खंभे गिर गए थे। अब तक भी बिजली के खंभे ठीक नहीं हो पाना तथा किसानों के ट्यूबवेल पर बिजली व्यवस्था दुरुस्त नहीं होना, उनकी फसल को किस कदर चौपट कर रहा है इसका अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है। मई में आया था अंधड़ मई में आए अंधड़ से जिले में करीब एक हजार खंभे तथा लगभग 100 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए थे। निगम की सुस्ती के चलते कई गांवों में दो माह बाद भी ट्यूबवेल की बिजली व्यवस्था सुचारू नहीं हो पाई है। ट्यूबवेलों की बिजली सुचारू नहीं होने के कारण खेतों में किसानों की फसलें व पशुओं का चारा सूख रहा है जिसके चलते उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसान कई बार अधिकारियों के चक्कर लगा चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। अगर बारिश नहीं होती तो किसान पूरी तरह से बर्बाद ही हो जाते और इसकी सीधी जिम्मेदारी बिजली वितरण निगम की ही होती। इन गांवों में अभी बाधित है ट्यूबेवल की बिजली दो माह पूर्व आए अंधड़ में जिले के कई गांवा में घरों एवं ट्यूबवेलों की की बिजली बाधित हो गई थी। निगम ने तत्परता दिखाते हुए घरों के बिजली को तो सुचारू कर दिया लेकिन गांव रालियावास, कालड़ावास, हरचंदपुर, मोहम्मदपुर, नैचाना आदि में अभी तक ट्यूबवेलों की बिजली बाधित है किसानों का कहना है कि इस संबंध में वे कई बार अधिकारियों के चक्कर लगा चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि न तो बिजली सुचारू हुई है और न ही बारिश हो रही है जिसके चलते किसानों की फसलें एवं पशु चारा सूख रहा है। वहीं खेतों में रहने वाले किसानों को अधिक परेशानी झेलनी पड़ रही है। क्योंकि तेज गर्मी व उमस के कारण बच्चे रूक नहीं पा रहे हैं। उन्होंने जल्द उक्त समस्या का समाधान करने की मांग की है।
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बावल क्षेत्र के टांकड़ी फीडर में अंधड़ से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ था। ये गांव उसी फीडर के अंतर्गत आते हैं। वहां काम चल रहा है इस सप्ताह के अंत तक सभी गांवों की ट्यूबवेलों की बिजली सुचारू हो जाएगी। रालियावास गांव की समस्या की जांच कराकर जल्द ठीक कराया दिया जाएगा।
- पीके चौहान, अधीक्षण अभियंता बिजली निगम