ग्रहण के प्रभाव से बचाएगी सूर्य उपासना
21 जून को आषाढ़ी अमास्या के दिन सूर्य ग्रहण होगा। इस दिन रविवार है जो सूर्य का ही वार होता है। जिससे इसका अधिक असर रहेगा।
21 जून को आषाढ़ी अमास्या के दिन सूर्य ग्रहण होगा। इस दिन रविवार है, जो सूर्य का ही वार होता है। सूर्य के साथ राहु-चंद्रमा-बुध भी मिथुन राशि में ही रहेंगे और ग्रहण के प्रभाव को बढ़ाएंगे। ग्रहण के चलते प्रकृति को नुकसान होने की संभावना है।
सूर्य ग्रहण 21 जून को सुबह 10:20 बजे शुरू होगा जो, 3:20 घंटे के बाद 1:48 बजे शुद्ध होगा। सूर्य ग्रहण के प्रभाव से बचने के लिए सूर्य उपासना, गायत्री मंत्र, विष्णु सहस्त्रनाम, सुंदरकांड, हनुमान चालीसा का पाठ करें। गोशाला में हरा चारा, गुड़ व खल आदि का दान करने से पुण्य मिलता है। उन्होंने कहा कि ग्रहण के समय छोटे बच्चे व गर्भवती महिलाएं घर से बाहर न निकलें तथा घर पर रहकर प्रभु का गुणगान करें। कोरोना संक्रमण देश में तेजी से फैल रहा है, इसलिए घबराएं नहीं अपने परिवार के साथ घर पर रहें तथा अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दें। क्योंकि संस्कार की पहली पाठशाला घर से शुरू होती है। सरकार व जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी एडवाइजरी का पालन करके स्वयं व अपने परिवार को सुरक्षित रखें।
-पंडित श्रीनिवास शास्त्री