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सुदृढ़ हुआ नहर तंत्र, बिल माफी योजना से राहत

दक्षिण हरियाणा के लोगों को वर्षों से एक बात का मलाल था कि यहां के ज्यादातर उपभोक्ता नियमित रूप से बिजली बिल अदा करते हैं बावजूद इसके कटौती अधिक झेलनी पड़ती है। पिछले दो सालों में निगम ने इस स्थिति को बदलने का प्रयास किया है जनवरी 2017 में दो गांवों को चौबीस घंटे बिजली देने शुरू किया जिसके बाद साल के अंत तक इन गांवों की संख्या नौ पर पहुंच गई है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Dec 2018 06:42 PM (IST)Updated: Sat, 22 Dec 2018 06:42 PM (IST)
सुदृढ़ हुआ नहर तंत्र, बिल माफी योजना से राहत
सुदृढ़ हुआ नहर तंत्र, बिल माफी योजना से राहत

अमित सैनी, रेवाड़ी

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बिजली-पानी दोनों ही आम आदमी की मूलभूत आवश्यकताएं हैं। जिले में बिजली व्यवस्था हो या पानी का प्रबंधन दोनों ही दृष्टि से वर्ष 2018 खासा महत्वपूर्ण रहा है। इस साल न सिर्फ चौबीस घंटे बिजली पाने वाले गांवों की तादाद बढ़ी है, बल्कि नहरों का भी सुदृढीकरण किया गया है। बिजली:

270 गांव हुए जगमग, बिल माफी से मिली राहत

बिजली का ढांचा इस साल खासा मजबूत किया गया है। वर्ष 2017 तक गांवों में चौबीस घंटे बिजली पाना सिर्फ सपना ही होता था। 2017 के अंत तक महज 9 गांव जगमग योजना से जुड़ पाए थे। इस बार बिजली निगम की ओर से विशेष प्रयास किए गए तथा ग्रामीण क्षेत्रों की तरफ से भी सहयोग किया गया। गांवों में लाइन लोस कम हुआ तो जगमग का दायरा भी बढ़ता चला गया। जिला के 270 गांवों को जगमग योजना से जोड़ा जा चुका है तथा निगम की तरफ से मार्च तक जिले के तमाम गांवों को जगमग योजना से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। इन गांवों में चौबीस घंटे बिजली दी जा रही है। बिजली बिल माफी योजना ने तो इस बार डिफाल्टर रहे उपभोक्ताओं को विशेष लाभ देने का काम किया है। जिले में 36 हजार के लगभग डिफाल्टर उपभोक्ता थे, जिनके कनेक्शन बिल न भरने के कारण या तो कट चुके थे या फिर कटने वाले थे। ऐसे उपभोक्ताओं को निगम की बिजली बिल माफी योजना ने संजीवनी देने का काम किया। जिले में अब तक 12 हजार के करीब डिफाल्टर बिजली बिल माफी योजना का लाभ उठा चुके हैं। रेवाड़ी शहर में साढ़े तीन हजार डिफाल्टरों से 2 करोड़ रुपये का बकाया बिल भरा है। इसके साथ ही कोसली क्षेत्र के गांव नेहरूगढ़ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने एक दिन पूर्व ही 4 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुए नेहरूगढ़ सब स्टेशन का शुभारंभ किया है। इस सब स्टेशन से छह गांवों को जोड़ा गया है। इसके साथ ही यहां बांस बटौड़ी सब स्टेशन के निर्माण का कार्य भी अंतिम चरण में चल रहा है।

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करोड़ों से सुदृढ हुई नहरी पेयजल परियोजना

नहरी पेयजल परियोजना को सुदृढ बनाने के लिए इस वर्ष करोड़ों रुपये खर्च किए गए हैं। ¨सचाई विभाग की ओर से इस वर्ष जवाहर लाल नेहरू नहर को पटौदी रोड से लेकर राजस्थान टेल तक पक्का किया गया है। इसके साथ ही बावल क्षेत्र में मंगलेश्वर डिस्ट्रीब्यूटरी, जलालपुर डिस्ट्रीब्यूटरी व बिशनपुर डिस्ट्रीब्यूटरी का जीर्णोद्वार किया गया है। इन प्रोजेक्ट पर विभाग की ओर से 14 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इसके साथ ही कोसली क्षेत्र में शादीपुर डिस्ट्रीब्यूटरी, सहदपुर माइनर, रसूली डिस्ट्रीब्यूटरी, मूसेपुर डिस्ट्रीब्यूटरी व जैनाबाद डिस्ट्रीब्यूटरी का जीर्णोद्वार किया गया है। वहीं यहां से गुजर रही जवाहर लाल नेहरू कैनाल का भी साल्हावास पंप हाउस से लेकर किशनगढ़ रोड तक जीर्णोद्वार किया गया है। इसके साथ ही शहर में पेयजल सप्लाई के लिए तीन नए बू¨स्टग स्टेशन बनाने का प्रोजेक्ट फाईनल होने के साथ ही टेंडर किए जा चुके हैं। शहर के मोहल्ला शक्तिनगर, उत्तम नगर व दिल्ली गेट पर नए बू¨स्टग स्टेशन बनेंगे। इसके साथ ही गांव कालका में एक और वाटर स्टोरेज टैंक बनाने को लेकर प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा है। शहर में प्रतिदिन प्रति व्यक्ति 135 लीटर पानी सप्लाई किया जाता है। इसके साथ ही 93 करोड़ रुपये की लागत से बनाई जा रही बधराना नहरी पेयजल योजना पर कार्य किया जा रहा है जिससे इस क्षेत्र के 55 गांवों को पीने का स्वच्छ नहरी पेयजल उपलब्ध होगा।

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इन पेयजल परियोजनाओं का मिला तोहफा:

-बोहतवास अहीर में 3 करोड़ 39 लाख लाख रुपये की लागत से नहरी पेयजल परियोजना की आधारशिला।

- 43.59 करोड़ रुपये के कार्य प्रगति पर हैं जिनमें पांच नये वाटर व‌र्क्स मुमताजपुर, डहीना, करावरा, गुगोढ व कारौली शामिल है।

- खालेटा में पेयजल योजना (14गांव व एक ढाणी)

-इब्राहिमपुर में नहरी पेयजल योजना (17गांव व 4 ढाणी)

- कमालपुर नहरी पेयजल योजना

-रघुनाथपुरा पेयजल योजना (25गांव व 3 ढाणी)

-सांपली व कसौला पेयजल योजना (23गांव व 4 ढाणी)

-कोसली विधानसभा के भाकली, छव्वा, गुगोढ, मलेसियावास, जखाला, कान्हडवास, मुंढड़ा, गुडियानी, शादीपुर, कोसली, नाहड, जुड्डी, साहदतनगर, नठेडा, झाल, सुरेहली व नहेरूगढ सहित 17 गांवों में पेयजल की बढोतरी के लिए भेजा सरकार को प्रस्ताव।

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नहरी पेयजल व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ ही गांवों में भी नहरी पानी पहुंचाने के लिए इस वर्ष करोड़ों रुपये की परियोजनाओं को शुरू किया गया है। खोल क्षेत्र के डार्क जोन में शामिल गांवों तक हमारी सरकार नहरी पानी पहुंचा रही है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी रेवाड़ी आगमन पर करोड़ों की पेयजल परियोजनाओं का शिलान्यास किया है।

-डॉ. बनवारीलाल, जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी राज्य मंत्री


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