UPSC Result: वापस लौटा तुषार, कहा- धोखे का हुआ शिकार; UPSC में 44वीं रैंक हासिल करने का दावा
UPSC Result सुर्खियों में आया रेवाड़ी का तुषार चार दिन बाद वापस लौट आया है। फिलहाल वह अपने किसी रिश्तेदार के घर पर रह रहा है और स्वजन से भी संपर्क में है। तुषार अपने साथ धोखा होने की बात कह रहा है और मानसिक अवसाद से गुजर रहा है।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: यूपीएससी के परीक्षा परिणाम में 44वीं रैंक हासिल करने का दावा कर सुर्खियों में आया रेवाड़ी का तुषार चार दिन बाद वापस लौट आया है। फिलहाल वह अपने किसी रिश्तेदार के घर पर रह रहा है और स्वजन से भी संपर्क में है। स्वजन के अनुसार तुषार अपने साथ धोखा होने की बात कह रहा है और मानसिक अवसाद से गुजर रहा है। रविवार को तुषार मीडिया के सामने आकर अपना पक्ष रख सकता है।
कहा धोखे का हुआ शिकार
रेवाड़ी का रहने वाला तुषार 25 मई से लापता था और उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ था। स्वजन से भी उसका कोई संपर्क नहीं था। रविवार को स्वजन का तुषार से संपर्क हुआ तो पता लगा कि वह एक रिश्तेदार के घर पर है। तुषार के भाई राहुल ने बताया कि वह मानसिक अवसाद से गुजर रहा है।
वह डिप्रेशन की दवा भी ले रहा है। इस सदमें से वह काफी परेशान है। तुषार अपने साथ धोखा होने की बता कह रहा है। रविवार को वह मीडिया के सामने आकर अपना पक्ष रखने की बात भी कह रहा है।
दोनों के एक ही रोल नंबर दिखाए जाने से खड़ा हुआ था विवाद
यूपीएससी की परीक्षा का मंगलवार को ही रिजल्ट जारी हुआ था। यूपीएससी की तरफ से परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थियों की जो सूची जारी की गई है उसमें रोल नंबर और नाम था। 44वें स्थान पर रोल नंबर 1521306 और नाम तुषार कुमार दिया गया था।
रेवाड़ी के तुषार ने दावा किया था परीक्षा उन्होंने ही उत्तीर्ण की है। उन्होंने 1521306 रोल नंबर वाला अपना प्रवेश पत्र भी दिखाया जो व्यक्तित्व परीक्षण के लिए उनको यूपीएससी की तरफ से भेजा गया था। तुषार के घर पर जमकर जश्न मना था तथा बहुत सी संस्थाओं ने उनको सम्मानित भी किया था। वहीं उसी दिन शाम ढलते-ढलते इंटरनेट मीडिया पर समाचार प्रसारित होने लगा था कि 44वां रैंक भागलपुर के तुषार कुमार ने हासिल किया है।
यूपीएससी ने खोली थी पूरे फर्जीवाड़े की पोल
फर्जीवाड़े का यह पूरा मामला यूपीएससी के पास पहुंच गया था। यूपीएससी ने इस मामले की पूरी परत खोलते हुए शुक्रवार को अपना बयान जारी कर दिया है। यूपीएससी के अनुसार रेवाड़ी निवासी तुषार ने सिविल सर्विसेज के लिए आवेदन किया था। तुषार को 2208860 रोल नंबर जारी किया गया था। तुषार ने प्रारंभिक परीक्षा दी थी। प्रारंभिक परीक्षा के पेपर वन में तुषार को माइनस 22.89 अंक मिले थे।
वहीं पेपर टू में 44.73 अंक आए थे। यूपीएससी के नियमों के अनुसार पेपर टू में कम से कम 66 अंक लेने वाले ही उत्तीर्ण माने गए। यानी रेवाड़ी का तुषार प्रारंभिक परीक्षा भी उत्तीर्ण नहीं कर पाया था। यूपीएससी ने माना कि भागलपुर निवासी तुषार कुमार को ही 1521306 रोल नंबर इश्यू किया गया था। 44वां रैंक उन्होंने ही प्राप्त किया है।
कैसे बनाया प्रवेश पत्र, होगी जांच
इस पूरे मामले से स्पष्ट हो गया है कि रेवाड़ी निवासी तुषार ने व्यक्तित्व परीक्षण के लिए जो जारी प्रवेश पत्र दिखाया था वह फर्जी ही है। तुषार ने इस प्रवेश पत्र पर 1521306 जो रोल नंबर डाले हुए थे निश्चित तौर पर उनमें भी फर्जीवाड़ा हुआ था। इस प्रवेश पत्र को कैसे बनाया गया यही सबसे बड़ा जांच का विषय है।