Rewari News: पुलिस ने चलाया अभियान, एक रात में 272 जगहों पर दबिश; 415 आरोपितों को दबोचा
Rewari News हरियाणा में पुलिस इन दिनों अपराध पर लगाम लगाने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है। भिवाड़ी पुलिस ने अपराधियों की धरपकड़ के लिए 500 पुलिसकर्मियों की 72 टीमों का गठन कर शनिवार की रात एक साथ 272 स्थानों पर दबिश दी।
जागरण संवाददाता, रेवाड़ी। भिवाड़ी पुलिस ने अपराधियों की धरपकड़ के लिए 500 पुलिसकर्मियों की 72 टीमों का गठन कर शनिवार की रात एक साथ 272 स्थानों पर दबिश दी। अभियान के दौरान पुलिस ने 415 आरोपितों को गिरफ्तार किया है और 28 वाहन, सैकड़ों मोबाईल व अन्य संदिग्ध सामान जब्त किया है।
कार्रवाई के दौरान अपराधियों में हड़कंप की स्थिति रही। मोबाइल डिटेल का विश्लेषण व रिकॉर्ड खंगालने में काफी अन्य वारदातों का खुलासा होने की संभावना है।
रात भर चला पुलिस का धरपकड़ अभियान
भिवाड़ी पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल ने बताया कि जिले भर में अपराधियों की धरपकड़ के लिए शनिवार शाम से रविवार सुबह तक अभियान चलाया गया। अपराधियों का चिन्हित कर उनके ठिकानों व गतिविधियों की जानकारी लेकर व एएसपी भिवाडी विपिन शर्मा, एएसपी नीमराणा जगराम मीणा, सहायक पुलिस अधीक्षक भिवाडी सुजीत शंकर के नेतृत्व में जिले के सभी डीएसपी व थानाधिकारियों ने पुलिस बल के साथ अपराधियों के ठिकानों पर दबिश व तलाशी के निर्देश दिए गए।
इसके लिए सर्किल स्तर पर अलग-अलग टीमों का गठन कर 270 स्थानों पर एक साथ दबिश देकर आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहे 415 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान 39 वांछित अपराधियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमे कुछ अन्य जिलों में वांछित हैं, जबकि कई अपराधी गंभीर अपराधों में शामिल रहे हैं। अभियान में जिला स्पेशल टीम ( डीएसटी), क्यूआरटी, आरएसी के जवानों व साइबर सेल का विशेष योगदान रहा।
फाइनेंसर व पनाह देने वालों पर भी होगी कार्रवाई
एसपी ने बताया कि अभियान का उद्देश्य जिले में शांति व्यवस्था कायम कर आमजन में विश्वास पैदा करना व अपराधियों में भय कायम कर अपराधों पर अंकुश लगाना है। इसके अलावा अपराधियों की सामाजिक प्रतिष्ठा (महिमा मंडन) को क्षति पहुंचाना, सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक का पोस्ट करने व अफवाह फैलाने वालों पर निगरानी, अपराधी के निवास स्थान के क्षेत्रवासियों में सुरक्षा भावना पैदा करना, गैंग अपराधों पर अंकुश लगाना, फायर आर्म्स, अवैध शराब तथा नशे के प्रयोग पर अंकुश लगाना है।
गिरफ्तार किए गए आरोपितों से गहन पूछताछ की जाएगी। यहां सक्रिय गैंग के फाइनेंसर व उनके समर्थकों, पनाह देने व फरारी में सहयोग करने वालों को चिन्हित किया गया है। जल्द ही उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।