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पर्वतारोही नरेंद्र यादव को नहीं मिला सर्वोच्च पुरस्कार, पुलिस करेगी उन पर लगे आरोपों की जांच

नरेंद्र के पिता की तरफ से कई लोगों के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी गई है जो लगातार फेसबुक पर उनकी उपलब्धियों को झूठा बता रहे हैं।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sat, 29 Aug 2020 11:04 PM (IST)Updated: Sat, 29 Aug 2020 11:04 PM (IST)
पर्वतारोही नरेंद्र यादव को नहीं मिला सर्वोच्च पुरस्कार, पुलिस करेगी उन पर लगे आरोपों की जांच
पर्वतारोही नरेंद्र यादव को नहीं मिला सर्वोच्च पुरस्कार, पुलिस करेगी उन पर लगे आरोपों की जांच

रेवाड़ी, जागरण संवाददाता। जिले  के गांव नेहरूगढ़ निवासी पर्वतारोही नरेंद्र यादव को शनिवार को राष्ट्रीय खेल दिवस पर मिलने वाले तेनजिंग नोर्गे नेशनल अवार्ड पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। कई पर्वतारोहियों की तरफ से भारतीय खेल प्राधिकरण के पास पहुंची शिकायत के बाद पुरस्कार पर रोक लगाई गई है। परिजनों की माने तो शुक्रवार देर रात को नरेंद्र को बुलाकर यह जानकारी दी गई। नरेंद्र को कहा गया है कि शिकायत में लगाए गए आरोपों की पूरी जांच के बाद ही अब यह पुरस्कार दिया जाएगा। वहीं नरेंद्र के पिता की तरफ से उन लोगों के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी गई है, जो लगातार फेसबुक पर उनकी उपलब्धियों को झूठा बता रहे हैं। यहां बता देना जरूरी है कि फेसबुक पर भी कई पर्वतारोहियों की तरफ से नरेंद्र यादव की एवरेस्ट फतेह करने वाली उपलब्धियों पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।

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2016 में एवरेस्ट फतह करने का दावा

नरेंद्र यादव का हाल ही में पर्वतारोहण के क्षेत्र में मिलने वाले सर्वोच्च पुरस्कार तेनजिंग नोर्गे नेशनल अवार्ड के लिए चयन किया गया था। शनिवार को राष्ट्रीय खेल दिवस पर उनको यह पुरस्कार दिया जाना था। नरेंद्र का दावा है कि 20 मई 2016 को उन्होंने एवरेस्ट फतह किया था। उनको पुरस्कार दिए जाने की घोषणा के बाद से ही फेसबुक पर कई लोग सक्रिय हो गए थे। इन लोगों ने दावा किया है कि नरेंद्र सिंह यादव की टीम के लीडर असम के नाबा कुमार पोकन थे तथा हरियाणा से शीला गोस्वामी भी उनकी टीम में थी।

दावा किया गया है कि नरेंद्र एवरेस्ट के शिखर तक नहीं पहुंच पाए थे तथा रास्ते में ही तबीयत खराब हो जाने के कारण उनको वापस लौटना पड़ा था। दावा यह है कि नरेंद्र ने जो एवरेस्ट शिखर की फोटो वायरल की हुई है वह भी फर्जी है। विरोध करने वालों ने कुछ नेपाली व अंग्रेजी के अखबारों की कटिंग भी डाली हुई है जिनमें भी नरेंद्र के एवरेस्ट फतह नहीं करने का समाचार लिखा हुआ है। विरोध करने वालों ने भारतीय खेल प्राधिकरण को भी शिकायत भेजी हुई है जिसके बाद पुरस्कार पर फिलहाल रोक लगाई गई है।

पिता ने कहा: झूठ बोलने वालों को सिखाएंगे सबक

नरेंद्र के पिता कृष्ण कुमार ने बताया कि कुछ लोग उनके बेटे को निशाना बना रहे हैं। फेसबुक पर उनके बेटे को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने 30 लोगों के खिलाफ डीएसपी कोसली को मानहानि करने व झूठे तथ्यों के आधार पर बदनाम करने की शिकायत दी है। इसके अतिरिक्त वे लोग कोर्ट में भी मानहानि का मुकदमा दायर कर रहे हैं।

पर्वतारोही नरेंद्र सिंह यादव को फेसबुक पर बदनाम किए जाने व झूठे तथ्ये रखने की शिकायत दी गई है। कोसली थाना में शिकायत भेजी गई है तथा जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।

महेंद्र सिंह, डीएसपी कोसली

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