सड़क हादसे के एक महीने बाद लौट आई याददाश्त, युवक ने बयां किया सच
मंजीत की याददाश्त वापस लौटी तो उसने पुलिस को बताया कि घनश्याम मोटरसाइकिल चला रहा था और वह पीछे बैठा हुआ था।
रेवाड़ी [जेएनएन]। एक महीने तक हादसे की सच्चाई इसलिए छिपी रही, क्योंकि इसमें घायल होने वाला व्यक्ति अपनी याददाश्त ही खो बैठा था। अब याददाश्त लौटी है तो व्यक्ति ने खुलासा किया कि उनकी मोटरसाइकिल को किसी कार चालक ने टक्कर मारी थी। इस बात का खुलासा होने के बाद पुलिस ने भी नए सिरे से मामले की जांच शुरू कर दी है। घटना राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 71 की है, जहां 28 अप्रैल को हुए सड़क हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और उसका साथी गंभीर रूप से घायल हो गया था।
डिवाइडर से टक्कर को माना जा रहा था हादसे का कारण
अलवर जिला के गांव माजरा कान्हावास निवासी घनश्याम अपने मौसेरे भाई गांव घीलोठ निवासी मंजीत के साथ 28 अप्रैल को मोटरसाइकिल पर सवार होकर रेवाड़ी की तरफ आ रहे थे। एनएच 71 पर आनंदम होटल के निकट उनकी मोटरसाइकिल का एक्सीडेंट हो गया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची।
दोनों घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर चिकित्सकों ने घनश्याम को मृत घोषित कर दिया था। वहीं, इस हादसे में मंजीत के सिर में गहरी चोट लगी थी। जिस कारण मंजीत अपनी याददाश्त तक गंवा बैठा था। उसे हादसे के बारे में भी कुछ ध्यान नहीं था।
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पुलिस ने उसके बयान भी दर्ज करने चाहे लेकिन वह कुछ बता ही नहीं पाया। चश्मदीद मंजीत के बयान दर्ज नहीं होने के कारण पुलिस ने माना कि संभवत: मोटरसाइकिल डिवाइडर से टकरा गई, जिसके चलते ही यह हादसा हुआ। मामले में सामान्य कार्रवाई की गई।
याददाश्त वापस लौटने पर बताई घटना
तीन दिन पूर्व मंजीत की याददाश्त वापस लौटी। उसने पुलिस को बताया कि घनश्याम मोटरसाइकिल चला रहा था और वह पीछे बैठा हुआ था। पीछे से तेज गति से आ रही एक कार ने उनकी मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी, जिसके बाद वे सड़क पर जा गिरे। जब उसे होश आया तो वह अस्पताल में था। पुलिस ने अब इस मामले में कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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