Farmers Protest: हिंसा मामले में FIR होने के बाद भावुक हुए योगेंद्र यादव, कही दिल की बात
योगेंद्र का यह भी कहना है कि कुछ ऐसे संगठन भी आंदोलन में शामिल होने का प्रयास कर रहे थे जिनकी विचारधारा किसानों से मेल नहीं खाती थी। संयुक्त किसान मोर्चा पहले दिन से ही इन संगठनों के विरोध में रहा है।
रेवाड़ी, केके यादव। जय किसान आंदोलन से जुड़े स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव का कहना है कि कल लालकिले पर तिरंगे का अपमान हुआ है। यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस घटना ने देश के हर नागरिक को शर्मसार किया है। जो लोग तिरंगे के अपमान के दोषी हैं, उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। संयुक्त किसान मोर्चा स्वयं इसकी मांग करता है। मोर्चा की यह मांग है कि ऐसे किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाना चाहिए, जिन्होंने तिरंगे का अपमान किया है।
योगेंद्र का यह भी कहना है कि कुछ ऐसे संगठन भी आंदोलन में शामिल होने का प्रयास कर रहे थे, जिनकी विचारधारा किसानों से मेल नहीं खाती थी। संयुक्त किसान मोर्चा पहले दिन से ही इन संगठनों के विरोध में रहा है। घटना से दो दिन पहले ही कुछ लोगों ने वीडियो जारी करके यह ऐलान कर दिया था कि वे रिंग रोड पर पहुंचेंगे। पुलिस व मीडिया सभी को इसकी जानकारी थी। यह जांच का विषय है कि इतना होने के बाद भी दुर्भाग्यपूर्ण घटना कैसे घटी?
सिंघु बॉर्डर पर आंदोलनरत किसान हरियाणा की सीमा में बैठे हुए हैं, जबकि दीप सिद्धू जैसे लोगों को उनके साथियों के साथ दिल्ली की सीमा में बैठने दिया गया। यह वही सिद्धू है, जिसने सन्नी दयोल के चुनाव प्रचार में सक्रिय भूमिका निभाई। वह उनका दायां हाथ रहा है। यह पता लगाया जाना जरूरी है कि आखिर लालकिले पर किस तरह दूसरे संगठनों का झंडा फहराने के लिए कुछ लोग पहुंचे और उन्हें रोकने में किस तरह पुलिस नाकाम रही।
योगेंद्र यादव ने कहा कि 4 महीने पहले भी दीप सिद्धू ने पंजाब के उन तीस किसान संगठनों के साथ जुड़ने की इच्छा व्यक्त की थी, जो वर्तमान में तीन कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलनरत है। पंजाब के इन 30 संगठनों ने सिद्धू को अपने साथ रखने से इंकार कर दिया था।
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