Move to Jagran APP

Rewari: कार्यक्रम में बोलें यातायात प्रभारी- वाहन चलाते समय मोबाइल के इस्तेमाल पर हो सकता है लाइसेंस कैंसिल

यातायात प्रभारी बहादुर सिंह ने दैनिक जागरण की ओर से चलाए जा रहे इन दौड़ती भागती सड़कों पर अभियान के तहत स्कूल बस चालकों को यातायात नियमों के प्रति जागरुक किया। यह कार्यक्रम शहर के राज इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित हुआ।

By Jagran NewsEdited By: Abhi MalviyaPublished: Fri, 25 Nov 2022 08:32 PM (IST)Updated: Fri, 25 Nov 2022 08:32 PM (IST)
Rewari: कार्यक्रम में बोलें यातायात प्रभारी- वाहन चलाते समय मोबाइल के इस्तेमाल पर हो सकता है लाइसेंस कैंसिल
यातायात प्रभारी ने ट्रैफिक नियमों को लेकर किया जागरुक। (फाइल फोटो)

रेवाड़ी, जागरण संवाददाता। यातायात प्रभारी बहादुर सिंह ने दैनिक जागरण की ओर से चलाए जा रहे 'इन दौड़ती भागती सड़कों पर' अभियान के तहत स्कूल बस चालकों को यातायात नियमों के प्रति जागरुक किया। यह कार्यक्रम शहर के राज इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित हुआ। इस दौरान उन्होंने कहा कि वाहन चलाते समय अगर मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपका ड्राइविंग लाइसेंस कैंसिल हो सकता है। इसके साथ ही भारी भरकम जुर्माना राशि भी भरनी पड़ेगी। 

loksabha election banner

यातायात प्रभारी ने कहा कि वाहन चालक को स्वस्थ एवं शिक्षित होने के साथ ही सहयोगी भी होना चाहिए। स्वस्थ और शिक्षित होंगे तो खुद वाहन को सही तरीके से चलाएंगे और सहयोग की भावना होगी तो सड़क हादसे में घायल को तुरंत प्रभाव से अस्पताल पहुंचाने का काम करेंगे। इससे निश्चित तौर पर सड़क हादसों और इनमें जान गंवाने वालों की संख्या में कमी आएगी।

वाहन चलाते समय न करें शराब का सेवन

यातायात प्रभारी ने कहा कि स्कूल बस चालकों पर अधिक जिम्मेदारी होती है क्योंकि उनके वाहनों में बच्चे सवार होते हैं। स्कूल बस चालक अपने वाहन के कागजात या तो साथ रखें या फिर डिजिटल लाकर में रखें। शराब पीकर वाहन न चलाएं तथा इंश्योरेंस आवश्यक तौर पर कराएं अन्यथा हादसा होने पर क्लेम नहीं मिलेगा। इसके साथ ही नए आदेशों के तहत प्रदूषण सर्टिफिकेट बनवाना भी आवश्यक है। वाहनों को ओवर स्पीड न चलाएं क्योंकि हाईवे पर लगे इंटरसेप्टर दो किमी. दूर से भी आपके वाहन की गति की जांच कर सकते हैं।

हादसों में 20 से 50 साल के लोगों की होती है सबसे अधिक मृत्यु- प्रभारी

उन्होंने बताया कि हाईवे की पहली लेन कार आदि तेज रफ्तार वाहनों के लिए होती है। दूसरी लेन ट्रक व बस तथा तीसरी लेन आटो, टैंपो आदि के लिए होती है। सफेद पट्टी जहां खिंची होती है उसके भीतर दोपहिया वाहन चलाने चाहिए। स्कूल बसों के चालक हमेशा अपनी वर्दी में रहें तथा बच्चों को बस में चढ़ाते समय और उतारते समय परिचालक विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि सड़क हादसों में 20 से 50 साल के लोगों की ही ज्यादा मृत्यु होती है और यही घर चलाने वाले होते हैं। अगर जागरुक होंगे तो ऐसे हादसों से बचा जा सकता है।

निदेशक ने दिया बस चालकों को सुरक्षित यातायात का मंत्र

स्कूल के निदेशक हेमंत सैनी ने कहा कि सभी बस चालक उनके वाहन में जाने वाले बच्चों को अपने बच्चों के समान समझकर उनकी सुरक्षा का ध्यान रखें। अगर वह ऐसा सोचकर वाहन चलाएंगे तो कभी हादसे होंगे ही नहीं। इसके अतिरिक्त बस में जाने वाले बच्चों की बातों पर भी गौर करें तथा कुछ गलत लगे तो स्कूल स्टाफ व स्वजन को सूचित करें। छोटे-छोटे टिप्स अपनाकर बड़े-बड़े हादसों से बचा जा सकता है।

यह भी पढ़ें- Rewari: दिल्ली-जयपुर हाईवे पर अवैध कट के कारण लगता है जाम, रोजाना हो रहे हादसे

यह भी पढ़ें- ड्राइविंग स्कूलों के अधकचरे प्रशिक्षक और अधकचरा ज्ञान बढ़ा रहा सड़क दुर्घटनाएं


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.